दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर हुए हंगामे और तोड़फोड़ की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने एक आंतरिक जांच शुरू की है। इस जांच में उन सभी पहलुओं को देखा जा रहा है, जिसमें कि भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के 15-20 सदस्य अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या के साथ सिविल लाइंस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास गेट तक पहुंच गए थे।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के इन सदस्यों ने सीएम आवास के सामने पहुंचकर बूम बैरियर को तोड़ दिया, फिर आवास के मुख्य गेट को लाल रंग से पेंट करने के साथ जोर-जोर से पीटा भी था। इस पूरे मामले में इंडियन एक्सप्रेस को पता चला कि 30 मार्च को विरोध प्रदर्शन के लिए हुकुम सिंह नाम के एक भाजपा पदाधिकारी ने 29 मार्च को आवेदन किया था, जिसे उत्तरी जिला पुलिस के व्यवस्था प्रकोष्ठ ने खारिज कर दिया था। इसके बावजूद भी प्रदर्शनकारी आगे बढ़ गए।
मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सूचना के आधार पर पुलिस ने महिला कर्मियों की एक कंपनी सहित 130 पुलिसवालों को तीन बैरिकेड्स के साथ बंदोबस्त में लगाया था। जिसकी निगरानी सात निरीक्षक और एक अतिरिक्त डीसीपी रैंक के अधिकारी कर रहे थे। पुलिस ने उप निरीक्षक प्रवीण कुमार की शिकायत पर सिविल लाइंस थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
इस एफआईआर में कहा गया है कि भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा में फिल्म द कश्मीर फाइल्स पर उनके द्वारा की गई एक टिप्पणी के विरोध में आईपी कॉलेज के पास सुबह 10.30 बजे सीएम आवास का घेराव करना शुरू कर दिया था। जिसमें पुलिस कर्मियों ने उन्हें प्रदर्शन न करने के लिए कहा था लेकिन वे सीएम आवास के घेराव की बात पर अड़े रहे। समझने के बाद भी यह प्रदर्शन उग्र हो गया और बैरिकेड्स तोड़कर करीब 20 प्रदर्शनकारी आगे बढ़ गए थे।
इंडियन एक्सप्रेस ने दिल्ली पुलिस द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो फुटेज को एक्सेस किया, जिसमें दिखाया गया है कि 15-20 प्रदर्शनकारी पहले तीसरे बैरिकेड तक पहुंचे और उसे धक्का देकर नीचे गिरा दिया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें तब भी रोका जब कुछ प्रदर्शनकारी बैरिकेड्स की तरफ से घुसने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, पुलिस के काम में बाधा डाली और पुलिस के साथ हाथापाई भी की।
एक अधिकारी ने बताया प्रदर्शन के दौरान दूसरे बैरिकेड पर मौजूद कर्मियों को वायरलेस सेट पर एक संदेश मिला कि भाजयुमो के लगभग 15-20 सदस्य तेजस्वी सूर्या के साथ तीसरे बैरिकेड को पार कर गए हैं। इससे पहले कि पुलिस उन्हें रोकने के लिए दौड़ती कि वे सीएम आवास के प्रवेश द्वार पर पहुंच गए। पुलिस ने उनसे रास्ता खाली करने को कहा, लेकिन सूर्या सड़क पर ही बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हटाकर दिल्ली पुलिस की बस में बैठा दिया गया था।
