यूपी में पिछले कई दिनों से शिक्षकों के खाली पदों पर भर्ती के लिए आंदोलन कर रहे शिक्षित बेरोजगारों को अब पुलिस अपनी हेकड़ी दिखा रही है। रोजगार के लिए गिड़गिड़ाने पर पुलिस उस पर कई मुकदमे लाद देने की धमकी तक दे रही है। पूरे उत्तर प्रदेश से इकट्ठा हुए ये शिक्षित बेरोजगार लखनऊ के स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग में धरना दे रहे हैं।

मंगलवार 13 जुलाई को ये अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के सरकारी आवास पर पहुंच कर अपनी बातें उनके सामने रखना चाहते थे, लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने अभ्यर्थियों को हटाना शुरू कर दिया। अभ्यर्थियों ने वहां से हटने से इन्कार कर दिया तो आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने उनके साथ गाली-गलौज की। ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इसमें एक पुलिसकर्मी अभ्यर्थियों को गाली देते हुए मुकदमे लादने की धमकी देते नजर आ रहा है। इससे नाराज बेरोजगार अभ्यर्थियों ने इस पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

बेरोजगार युवकों का कहना है कि वे लोग 22 जून से स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (SCERT) में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। मंगलवार की सुबह जब वे लोग शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव किए तो वहां पुलिस आ गई और कुछ साथियों को उठा ले गई। पुलिस ने उनको आश्वासन दिया कि शिक्षा मंत्री से उनकी मुलाकात करवाएंगे, लेकिन आरोप है कि शिक्षा मंत्री से मिलवाने की बात तो दूर, उनके साथ गाली-गलौज की गई। उनको धमकी दी गई कि उन पर कई मुकदमे लाद दिए जाएंगे।

लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार युवा प्रदेश सरकार से प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि करीब 10-12 लाख अभ्यर्थी भर्ती होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार आंख मूंदे बैठी है। उनका दावा है कि प्राथमिक स्कूलों में करीब 1 लाख 73 हजार शिक्षकों के पद खाली हैं।

22 जून से धरना-प्रदर्शन और आंदोलन कर रहे इन बेरोजगार युवकों का कहना है कि उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। सरकार केवल आश्वासन देती है, लेकिन जब उस पर अमल करने की मांग की जाती है तो पुलिस मुकदमे लादने की धमकी देने लगती है।