दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में 20 दिसंबर को मौत से जंग हारने वाली लड़की के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मृतक लड़की के कजिन को इसका मास्टरमाइंड बताया है। गौरतलब है कि 18 दिसंबर को लड़की पर दो युवकों ने पेट्रोल डालकर जिंदा ही आग के हवाले कर दिया था। जिसके बाद करीब दो दिन तक उसकी हालात काफी नाजुक बनी रही। जिसके बाद 20 दिसंबर को उसने दम तोड़ दिया।
क्या था मामला: दरअसल पूर मामला आगरा के मलपुरा के गांव लालऊ का है। जहां कक्षा 10वीं की छात्रा संजलि अपने गांव से करीब 9 किमी दूर नौमील गांव स्थित अशरफी देवा छिद्दा सिंह इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। मंगलवार दोपहर छुट्टी के बाद वो साइकिल से घर लौट रही थी। तभी बाइक सवार दो युवकों ने संजलि पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और फरार हो गए। मामले की जानकारी मिलते ही संजलि को गंभीर अवस्था में आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद उसे वहां से दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां 20 दिसंबर को दम तोड़ दिया।
पुलिस ने सुलाझाई गुत्थी: आगरा एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि संजलि का कजिन भाई उसे पसंद करता था। हालांकि संजलि को जब अपने कजिन की इस बात का अंदाजा लगा तो उसने दूरी बनाना शुरू कर दिया। संजलि के कजिन को ये बात नागवार गुजरी और उसने संजलि को सबक सिखाने की ठानी। उसके बाद कजिन ने अपने दो रिश्तेदारों को संजलि को जिंदा जला देने के लिए तैयार किया और अपने नापाक इरादे को अंजाम दिया। ये बात गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी कबूल चुके हैं। गौरतलब है कि संजलि के कजिन ने 19 दिसंबर को ही आत्महत्या कर ली थी।
कैसे बनाया प्लान: पुलिस ने बताया कि मास्टरमाइंड कजिन ने संजलि पर पेट्रोल छिड़कते हुए हेलमेट और दस्ताने पहने हुए थे। वहीं उसके बाद उसने संजलि को जिंदा जला दिया। इस वारदात के वक्त एक आरोपी कजिन के साथ उसकी बाइक पर था तो वहीं दूसरा रास्ते में इस बात की निगरानी रखे था कि कहीं कोई आ न जाए। मास्टमाइंड कजिन ने दोनों को 15 हजार रुपए देने की बात कही थी। तफ्तीश में पुलिस को मास्टरमाइंड कजिन के लेटर्स, व्हाट्सएप चैट्स मिले हैं। इसके साथ ही मास्टरमाइंड कजिन के फोन पर वारदात के पहले का संजलि का फोटो भी मिला है।
परिवार का क्या है कहना: इस पूरे मामले पर मृतक का परिवार पुलिस की सुलझाई गुत्थी से सहमत नहीं है। इस पर मृतक की बहन का कहना है कि वो दोनों भाई बहन थे। पुलिस ने केस को दफनाने के लिए ये कहानी बनाई है। इसके साथ ही मृतक की बहन ने कहा कि सरकार कहती है बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर यहां हमारी बेटियां ही असुरक्षित हैं। वहीं मृतक की मां का कहना है कि मुझे नहीं पता की मेरी बेटी को क्यों मारा गया। शायद कोई उससे जलता होगा। हम हमारे बच्चों को पढ़ा लिखाते हैं। लेकिन शायद यही बात कुछ लोगों को पसंद नहीं। आरोपी ने मेरी बेटी के साथ साथ उसकी किताबें, उसका बैग भी जला दिया।