उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के 4 जिलों में जहरीली शराब पीने के चलते मरने वालों का आंकड़ा अब 100 के पार पहुंच चुका है। पुलिस ने शराब में चूहे मारने की दवा मिलाए जाने का शक जाहिर किया है। सहारनपुर के डीएम आलोक पांडेय के मुताबिक अभी भी दर्जनों लोगों की हालत गंभीर है और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। इस मामले की जांच जारी है।
सबसे ज्यादा मौतें सहारनपुर मेंः मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तराखंड के रुड़की में मरने वालों की संख्या 31 तक पहुंच गई है। वहीं, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में 64 तथा कुशीनगर में 8 लोगों की मौत की सूचना है। तीनों जगह की संख्या मिलाकर मरने वालों का आंकड़ा 100 के पार पहुंच चुका है। इस मामले उत्तर प्रदेश पुलिस ने 175 और उत्तराखंड पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना के चंद घंटों में दर्जनों मौतों से दोनों राज्यों की पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया है। सहारनपुर डीएम के मुताबिक करीब 405 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है, जिसका सैंपल जांच के लिए लखनऊ लैब में भेजा जा रहा है। वहीं यूपी पुलिस के करीब एक दर्जन कर्मचारियों और उत्तराखंड के 13 एक्साइज अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
बांदा में भी चला पुलिस का अभियानः उत्तराखंड से जहरीली शराब की खेप लाई जाने के खबरों के बाद बांदा में भी पुलिस ने बीती रात कई ठिकानों पर छापेमारी की। बांदा के एएसपी लाल भरत कुमार पाल के मुताबिक, ‘हमने बड़ी मात्रा में अवैध शराब जब्त की है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। इस काम के लिए 15 टीमों को तैनात किया गया है।’ उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को यूपी सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया था। गाजियाबाद में भी पुलिस ने 600 पेटी अवैध शराब बरामद कर दो को गिरफ्तार किया है। वहीं राजधानी लखनऊ में 230 लीटर अवैध शराब के साथ 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
विरोधियों ने सरकार पर साधा निशाना: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जहरीली शराब से हुई मौतों को सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार किया है और कहा कि प्रदेश के आबकारी विभाग की ‘लापरवाही’ के चलते यह घटना हुई। उत्तराखंड सरकार द्वारा हादसे में मारे गये लोगों के परिवार के लिए दो-दो लाख रूपये मुआवजे की घोषणा का उल्लेख करते हुए रावत ने कहा कि यह राशि कम से कम पांच लाख रूपये होनी चाहिए। इसके अलावा परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी जानी चाहिए। इस घटना में गंभीर रूप से घायल लोगों के इलाज के लिए समुचित इंतजाम किए जाने चाहिए।
भाकपा ने मांगा सीएम योगी से इस्तीफा: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी उत्तर प्रदेश राज्य सचिव मण्डल ने सूबे में जहरीली शराब से हो रही मौतों पर दुख और आक्रोश व्यक्त करते हुये इसके लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार ठहराया है और उनसे त्यागपत्र की मांग की है।
भाकपा के राज्य सचिव गिरीश ने जारी एक बयान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाया कि उनकी प्राथमिकता में उत्तर प्रदेश में सरकार चलाना नहीं अपितु लोगों को गुमराह करना और विपक्ष पर हमले बोलना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश के शासन पर ध्यान देने के बजाय राम, कुंभ, गाय, गंगा जैसे मुद्दों पर ही सारी ऊर्जा खपाये रहते हैं। यही वजह है कि राज्य की कानून व्यवस्था तार तार हो चुकी है और अब प्रदेश में लगभग 100 लोगों की मौत हो चुकी है।