प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के सिरोही जिले के आबू रोड में में शुक्रवार को एक कार्यक्रम स्थल पर रात दस बजे के बाद पहुंचने की वजह से माइक से लोगों को संबोधित नहीं कर सके। वहां उनको देखने और सुनने के लिए भारी संख्या में लोग एकत्र थे। पीएम मोदी वहां पर अपनी बात बिना माइक लिए ही कही। रात दस बजे के बाद लाउडस्पीकर का प्रयोग करना मना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह रात 10 बजे के बाद लाउडस्पीकर का उपयोग करने के किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं करना चाहते हैं। मौके पर जुटी लोगों की भीड़ का अभिवादन करने के लिए पीएम मोदी पैदल ही उनके बेहद करीब तक गये और सबसे हाथ हिलाकर आभार जताया।
पीएम मोदी को यहां एक जनसभा को संबोधिक करना था, लेकिन देर होने की वजह से वह ऐसा नहीं कर सके। उन्होंने बिना माइक लिये ही लोगों से खेद जताते हुए कहा कि उन्हें लाउडस्पीकर संबंधी नियमों का पालन करना होगा। कहा, “मैं आप सब से क्षमा मांगता हूं लेकिन आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं यहां फिर आऊंगा और आपका ये जो प्यार है उसे मैं ब्याज समेत चुकता करूंगा।”
पीएम मोदी बोले- मेरी आत्मा बोलती है कि मुझे कानून का पालन करना चाहिए
गुजरात के अंबाजी से शुक्रवार रात 10 बजकर 20 मिनट पर आबू रोड पहुंचे प्रधानमंत्री ने जनसमूह को बिना माइक से किए संबोधन में कहा “ मुझे पहुंचने में देर हो गई। दस बज गये हैं.. मेरी आत्मा कहती है कि मुझे कानून व नियम का पालन करना चाहिए और इसलिए मैं आप सबसे क्षमा मांगता हूं।”
उन्होंने संबोधन के बाद मंच से जनता को झुककर तीन बार नमन किया और ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया। इससे पूर्व प्रधानमंत्री मोदी के आबू रोड पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने उन्हें साफा पहना कर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सांसद देव जी पटेल और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया समेत अन्य पदाधिकारी और नेता मौजूद थे।
उधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात में कहा कि तरंगा-अंबाजी-आबू रोड रेल लाइन की कल्पना लगभग 100 साल पहले ब्रिटिश शासन के दौरान की गई थी और यह परियोजना महत्वपूर्ण थी, लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व वाली तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने इसे मंजूरी नहीं दी।