वल्लभ ओझारकर
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद विनायक राउत ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र सौंपकर सूचित किया कि शिवसेना (यूबीटी) पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे की तस्वीरें फरवरी में शिवसेना के संसदीय दल कार्यालय से “चुरा ली” गई हैं।
पत्र में राउत ने मामले की जांच कराए जाने की भी मांग की है। पत्र में कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, शिवसेना संसदीय दल का कार्यालय नई दिल्ली स्थित संसद भवन के तीसरी मंजिल के कमरा नंबर 128में है। लोकसभा सचिवालय ने यह कार्यालय शिवसेना संसदीय दल (मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट) को लोकसभा और राज्यसभा में काम करने के लिए दिया है।”
कहा- तस्वीरें फिर से उसी जगह लगाएं
इसके अलावा पत्र में लिखा, “सर, मैं आपके ध्यान में लाना चाहता हूं कि हमारे संसदीय दल कार्यालय (128, संसद भवन) में शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे, पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे की तस्वीरें लगाई गई थीं। हालांकि, फरवरी 2023 में उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की तस्वीरें चोरी हो गईं। आपसे अनुरोध है कि आप इस पर ध्यान दें और तस्वीरों को पुनः प्राप्त करें और इसे कार्यालय में उसी स्थान पर लगवाएं।”
शिंदे गुट को मान्यता मिलने पर उद्धव गुट से वापस ले लिया गया था कमरा
चुनाव आयोग द्वारा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को वास्तविक शिवसेना के रूप में मान्यता देने और इसे पार्टी के नाम और प्रतीक का उपयोग करने की अनुमति देने के बाद, शिंदे के नेतृत्व वाले गुट ने राज्य विधानसभा और संसद में पार्टी के कार्यालयों को अपने कब्जे में ले लिया, जिस पर पहले ठाकरे की सेना का कब्जा था।
शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने आदित्य और उद्धव की तस्वीरों को कार्यालयों से हटा दिया था और इसके बजाय बालासाहेब ठाकरे, आनंद दीघे और एकनाथ शिंदे की तस्वीरें लगाई थीं। इससे पहले, लोकसभा सचिवालय में उप सचिव सुनंदा चटर्जी ने शिवसेना सांसद राहुल शेवाले को लिखे एक पत्र में कहा था कि संसद भवन में कमरा नंबर 128 शिवसेना पार्टी को आवंटित किया गया है।
‘असली शिवसेना कौन है’ पर विवाद शुरू होने के बाद शिवसेना के दोनों गुटों ने संसद में पार्टी कार्यालय का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। अविभाजित शिवसेना में कुल 19 सांसदों में से 13 एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में चले गए हैं।