UP Assembley Election 2022: के में समाजवादी पार्टी की शिकस्त के बाद उनके सभी साथी एक-एक कर साथ छोड़ रहे हैं सबसे पहले महान दल के मुखिया केशव देव मौर्य ने साथ छोड़ा, फिर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव को सपा ने पत्र जारी कर बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस बीच हमने सिराथू में केशव प्रसाद मौर्य डिप्टी सीएम को पटखनी देने वाली पल्लवी पटेल से बात की कि ऐसे में उनका क्या रुख रहेगा सपा गठबंधन के साथ। तो उन्होंने कहा, ‘देखिए मेरा ये मानना है कि ओम प्रकाश राजभर ने जो बयान दिया है कि माननीय अखिलेश यादव जी एसी की राजनीति करते हैं तो मैं इससे सहमत नहीं हूं। मैंने उनको संघर्ष करते हुए देखा है। मैंने उनको सुबह से रात तक साइकिल चलाते हुए देखा है और रात से सुबह तक क्रान्ति रथ लेकर भी चलते हुए देखा है। तो मेरा ये मानना है कि जब-जब जरूरत पड़ी है समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हमारे गठबंधन के नेतृत्व करने वाले माननीय अखिलेश यादव ने सड़क पर उतर कर संघर्ष किया है।’
जब पल्लवी पटेल से ये पूछा गया कि ओम प्रकाश राजभर का ये बयान है कि अखिलेश जी एसी की राजनीति करते हैं, जमीन पर नहीं उतरते, संघर्ष नहीं करते हैं गठबंधन में तो आप भी हैं और वो भी थे तो अब वो ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं? इसके जवाब में पल्लवी पटेल ने कहा, ‘देखिए जब असफलता मिलती है तो उसके 100 कारण गिनवाए जाते हैं और ऐसे में शायद माननीय ओम प्रकाश राजभर जी को मौका मिल गया हो कि वो अंगुली उठाकर वो बोल पाएं कि ऐसा नहीं किया इसलिए ऐसा हो गया। अगर माननीय अखिलेश यादव जी ने कुछ नहीं किया तो हम सब गठबंधन के साथी थे हम सब ने क्या किया?’
राजभर की टिप्पणियां कभी-कभी नकारात्मक लगती हैं
ओम प्रकाश राजभर कहते हैं हमने तो बहुत मेहनत की लेकिन अखिलेश जी जमीन पर नहीं उतरते हैं तो ऐसे में उनके इस बयान का क्या मतलब है वो तो अमित शाह जी से भी मिल लिए हैं और अब योगी जी की भी तारीफ कर रहे हैं। पल्लवी पटेल ने इसके जवाब में कहा कि देखिए अगर सफलता सबके खाते में आती है तो असफलता भी गठबंधन में साथ बंटेगी। जब उनसे ये पूछा गया कि आपको नहीं लगता कि ओम प्रकाश राजभर कुछ ज्यादा बोल रहे हैं तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि उनकी टिप्पणियां कभी-कभी नकारात्मक होती हैं।
मुझे लगता है वो बीजेपी में सेट हो गए हैंः पल्लवी
जब ओम प्रकाश राजभर को लेकर ये पूछा गया कि ओम प्रकाश राजभर बसपा की बहन जी की ओर रास्ता बढ़ा लिए हैं और बीजेपी की ओर रास्ता बढ़ा लिए हैं क्या आपको लगता है कि वो बीजेपी के साथ चल पाएंगे? इसके जवाब में पल्लवी पटेल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि वो बीजेपी में अच्छे से सेट हो गए हैं तभी तो उनको पंडित दीन दयाल उपाध्याय विचाराधारा के व्यक्ति लगने लगे हैं। योगी जी की भी तारीफ करने लगे हैं.’
ओपी राजभर भी साथ आएं तो बेहतर होगाः अनुप्रिया पटेल
वहीं जब अपना दल (एस) की मुखिया और पल्लवी पटेल की बड़ी बहन अनुप्रिया पटेल से इस बात को लेकर सवाल किया गया कि क्या ओम प्रकाश राजभर एनडीए का हिस्सा बनने जा रहे हैं? तो इस पर अनुप्रिया पटेल ने जवाब देते हुए कहा, ‘अगर वो आएंगे तो बेहतर होगा। एनडीए का कुनबा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। विकास की तमाम परियोजनाओं को एक के बाद एक करके हमने लगातार देश की जनता को सौंपने का काम किया है। इस अच्छे कार्यों में और देश की जनता को आत्मनिर्भर बनाने की यात्रा में, लोकतंत्र को बेहतर बनाने में हमें जितने भी साथियों का साथ मिले बेहतर होगा।’
शाह और मोदी के कसीदे पढ़ने लगे राजभर
जब ओम प्रकाश राजभर से भारतीय जनता पार्टी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा बीजेपी में सिर्फ दो ही नेता हैं एक अमित शाह और दूसरे नरेंद्र मोदी बाकी सब चिल्लाते रहते हैं। राजभर ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी के मालिक संजय भैया तो नहीं हैं न, वहां तो सिर्फ दो ही नेता हैं, नीचे चाहे जितना कोई चिल्लाए कि हम बड़े तोप हैं तो हम सबके बारे में जान चुके हैं।’
मेरा डिनर पार्टी में जाना अखिलेश जी को नागवार गुजराः राजभर
हालांकि अभी ओपी राजभर इस बात से इनकार कर रहे हैं कि गठबंधन को लेकर उनकी किसी पार्टी से बातचीत हुई हो। राजभर ने कहा, ‘जब राष्ट्रपति के चुनाव में अखिलेश जी ने हमसे कोई राय मशविरा नहीं लिया। न हमसे कोई बातचीत की और न हमें यशवंत जी के साथ डिनर पार्टी के लिए बुलाया तो हम भी कुछ नहीं बोले। वहीं इसके बाद 7-8 तारीख को हमारे पास सीएम योगी जी का फोन आया तो उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू जी राष्ट्रपति चुनाव में आपका समर्थन चाहती हैं और मैं भी अपनी ओर से कह रहा हूं। इस पर मैंने योगी जी को हां कह दिया और राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू जी का समर्थन किया। ये बात अखिलेश यादव जी को नागवार गुजरी कि ये डिनर पार्टी में माल खाने कैसे पहुंच गया।’