Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में टूरिस्टों पर हाल ही में हुए आतंकी हमले के विरोध में बिहार में कैंडर मार्च किया गया। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने के आरोप में सीपीआई के एक सदस्य को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया और पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। यह पूरा का पूरा विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें दावा किया गया कि आरजेडी के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने वालों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए।
हालांकि, पुलिस ने कहा कि वीडियो की जांच के बाद पता चला है कि एक शख्स की तरफ से लगाए गए नारे को लूप करके यह धारणा बनाई गई कि यह नारा बार-बार लगाया जा रहा था। लखीसराय के एसपी अजय कुमार ने कहा, ‘जांच के दौरान पाया गया कि पूरे कार्यक्रम में लगाया गया मुख्य नारा ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ था और यह मार्च आतंकवाद के खिलाफ एकजुट विरोध के रूप में आयोजित किया गया था। हालांकि, एक बार एक व्यक्ति ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया था, जिसके बाद अन्य लोगों ने तुरंत नारे को सुधार कर पाकिस्तान मुर्दाबाद कर दिया।’
कैलाश प्रसाद अरेस्ट
अजय कुमार ने कहा कि गलत नारे लगाने वाले शख्स की पहचान सीपीआई सदस्य कैलाश प्रसाद सिंह के रूप में हुई है। उसे बाद में अरेस्ट कर लिया गया। एसपी ने कहा, ‘हम एफआईआर दर्ज करने के बाद उसे कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रहे हैं।’ इसके अलावा उन्होंने कहा कि मार्च के आयोजक होने के नाते सिंह ने इसके लिए पहले से कोई इजाजत नहीं ली थी और इस संबंध में भी उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, पुलिस ने इस बात पर जोर दिया कि वायरल वीडियो को विवादास्पद नारे के एक ही उदाहरण को दोहराने के लिए एडिट किया गया था। इससे यह भ्रामक धारणा बनी कि इसे बार-बार बोला गया था।
एसपी ने मामले पर क्या कहा?
एसपी ने कहा की असली वीडियो और वायरल वीडियो की बारीकी से जांच करने पर पता चला कि केवल एक ही शख्स ने विवादित नारा लगाया था, वह भी सिर्फ एक बार। वायरल वीडियो मूल वीडियो के उस खास हिस्से को लूप करके बनाया गया है। अधिकारी ने कहा कि पुलिस यह भी जांच कर रही है कि किसने छेड़छाड़ की गई फुटेज को एडिट किया और वायरल किया।
सीपीआई ने एक बयान जारी कर नारे की कड़ी आलोचना की है और कैलाश प्रसाद सिंह को पार्टी से तत्काल निष्कासित करने की घोषणा की। पार्टी ने बयान जारी कर कहा, ’22 अप्रैल को हुए जघन्य और कायरतापूर्ण हमले का विरोध करने और शहीद पर्यटकों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडललाइट मार्च निकाला गया। इसमें एक अलग घटना देखने को मिली, जहां पाकिस्तान मुर्दाबाद के बजाय ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगा दिया गया। जैसे ही मामला सामने आया, भीड़ ने नारे को सुधार कर पाकिस्तान मुर्दाबाद कर दिया, हालांकि वायरल वीडियो क्लिप में यह सुधार दिखाई नहीं दे रहा है।’
जिला महागठबंधन के कोऑर्डिनेटर जितेंद्र कुमार ने कहा कि यह महज लापरवाही से पैदा हुई एक गंभीर गलती थी। इस मामले को तूल देना उचित नहीं है। कोई भी व्यक्ति ऐसी भावना नहीं पाल सकता। आरजेडी के जिला अध्यक्ष कालीचरण दास ने भी इस घटना को अनजाने में हुई गलती बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मार्च का उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ एकता दिखाना था और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने का कोई जानबूझकर इरादा नहीं था। पाकिस्तान को हर हाल में चुकानी होगी पहलगाम की कीमत