राजनीति में धाक रखने वाले बड़े नेताओं को जेल जाने के बाद अक्सर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की शिकायत होने की समस्या देखी गई है। पिछले 10 साल के इतिहास में रांची के बिरसा मुंडा जेल में दर्जन भर से ज्यादा वीआईपी हिरासत में रखे गए और बाद में तबीयत खराब होने की शिकायत पर उन्हें अस्तपताल में शिफ्ट करना पड़ा।

ताजा उदाहरण पूर्व रेल मंत्री व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव का है। उन्होंने अबतक जेल के 19 महीनों में से 17 महीनें अस्पताल में काटे हैं। वह फिलहाल रांची के राजेंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती हैं और उनकी सुरक्षा में 42 पुलिस जवान तैनात हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक जेल के इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) वीरेंद्र भूषण ने बताया, “रिम्स के निदेशक लालू प्रसाद की स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट हर महीने भेजते हैं। लेकिन किसी भी रिपोर्ट में वह स्वस्थ्य और फिट नहीं पाए जाते हैं , जैसे ही वह पूरी तरह से स्वस्थ्य पाए जाएंगे, हम उन्हें जेल में शिफ्ट कर देंगे।

चारा घोटाले की सजा काट रहे हैं लालू: बता दें कि राजद प्रमुख लालू यादव 23 दिसंबर, 2017 से तीन अलग-अलग चारा घोटाला मामलों में जेल की सजा काट रहे हैं। लालू याद को राजेंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से एम्स में भी भर्ती किया गया था, हालांकि हालात में सुधार के बाद अगस्त 2018 में वापस उन्हें रांची भेज दिया गया था। लालू यादव को टाइप-2 डायबटीज और ब्लड प्रेशर हैं। इसके अलावा उनके कई अंग 50 फीसदी काम ही कर पाते हैं। डॉक्टर झा का कहना है कि, हम हर शुक्रवार उनकी हेल्थ रिपोर्ट एसएसपी और जेल प्रशासन को भेजते हैं।

गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब किसी नेता का हिरासत में होने के बाद रिम्स में इलाज चल रहा है। इससे पहले एनोस एक्का, भानु प्रताप शाही, मधु कोड़ा, ढुल्लू महतो और चंद्रशेखर दुबे सहित अन्य पूर्व मंत्रियों और विधायकों का भी रिम्स में हिरासत के दौरान इलाज चला था।