Odisha, Andhra Pradesh Cyclone Titli Updates, Odisha Cyclone Storm Warning: चक्रवाती तूफान ‘तितली’ गुरुवार सुबह ओडिशा पहुंचा। पूरे राज्य में उस दौरान हाई अलर्ट रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, उस समय 140 से 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं ओडिशा-आंध्र प्रदेश के तटों पर चलीं, जो कि 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं। विभाग ने इसी के साथ बारिश होने की आशंका भी जताई। हालांकि, राहत-बचाव कार्य के लिए खास इंतजाम तैयार रहे। उससे पहले, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बुधवार को चक्रवाती तूफान के बेहद प्रचंड रूप लेने और ओडिशा तट की ओर आगे बढ़ने के बाद ओडिशा सरकार ने पांच तटीय जिलों के निचले क्षेत्रों से तीन लाख से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
पूरी तरह चौकस ओड़िशा सरकार ने इस आपदा का सामना करने के लिए अपनी पूरी मशीनरी झोंक दी। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, ‘इस भयंकर चक्रवात के मद्देनजर हमने पहले ही तीन लाख लोगों को वहां से खाली कराया और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सकता है।’ बता दें कि तैयारी का जायजा लेने के लिए पटनायक ने बुधवार रात विशेष राहत आयुक्त कार्यालय का दौरा किया। गंजाम, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। मुख्य सचिव ए पी पाधी ने कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा को वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से बताया कि राज्य ने स्थिति से निबटने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए।
सीएम ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को भी कहा कि चक्रवात की वजह से किसी भी व्यक्ति की जान नहीं जाए और लोगों के लिए श्रय स्थलों को तैयार रखने को भी कहा। पटनायक ने राज्य में भारी बारिश के पूर्वानुमान के चलते बृहस्पतिवार और शुक्रवार को सभी स्कूल-कॉलेजों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश दिया है। वहीं, गुरुवार को होने वाले कॉलेज छात्रसंघ चुनाव भी स्थगित कर दिए गए हैं। मुख्य सचिव ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘हमने अभी तक सेना की मदद नहीं मांगी है। अगर जरूरत पड़ी तो हम मदद मांगेंगे।’
उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ और देहरादून में भारी बारिश और तूफान की संभावना व्यक्त की गई है। इसके साथ ही 3500 फीट से ऊपर के क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है। मौसम विभाग द्वारा चेतावनी जारी की गई है।
वहीं, गुरुवार को होने वाले कॉलेज छात्रसंघ चुनाव भी स्थगित कर दिए गए हैं। मुख्य सचिव ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘हमने अभी तक सेना की मदद नहीं मांगी है। अगर जरूरत पड़ी तो हम मदद मांगेंगे।’
तैयारी का जायजा लेने के लिए पटनायक ने बुधवार रात विशेष राहत आयुक्त कार्यालय का दौरा किया। गंजाम, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मुख्य सचिव ए पी पाधी ने कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा को वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से बताया कि राज्य ने स्थिति से निबटने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए हैं।
पूरी तरह चौकस ओड़िशा सरकार ने इस आपदा का सामना करने के लिए अपनी पूरी मशीनरी झोंक दी है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, ‘इस भयंकर चक्रवात के मद्देनजर हमने पहले ही तीन लाख लोगों को वहां से खाली करा दिया है तथा और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सकता है। ’
इससे पहले, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बुधवार को चक्रवाती तूफान के बेहद प्रचंड रूप लेने और ओडिशा तट की ओर आगे बढ़ने के बाद ओडिशा सरकार ने पांच तटीय जिलों के निचले क्षेत्रों से तीन लाख से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
मौसम विभाग ने कहा है कि 140 से 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटों पर 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं और इनके साथ बारिश होगी। राहत और बचाव कार्य के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
चक्रवात ‘तितली’ के तट की ओर बढ़ने के मद्देनजर खाद्य सामग्री, ईंधन के भंडारण तथा बिजली आपूर्ति एवं दूरसंचार लाइनों को सुचारू रखने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा भारतीय रेलवे ने मौसम पूर्वानुमान के बाद ओडिशा में खुर्दा रोड और विजियानगरम के बीच बुधवार को रात 10 बजे के बाद से अगले परामर्श तक ट्रेन सेवा स्थगित रखने का फैसला किया है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक 'तितली' तूफान ओडिशा के तटीय शहर गोपालपुर से करीब 120 किमी दूर है। यहां के निचलों में रहने वाले लोगों पहले ही राहत शिवरों में पहुंचा दिया गया है। यह तूफान 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।
मौसम विभाग ने कहा कि दीघा, शंकरपुर, मंदरमणि और राज्य के अन्य तटीय क्षेत्रों में पर्यटकों से कहा गया है कि वे इस दौरान गहरे समुद्र में नहीं जाएं। मौसम अधिकारियों ने मछुआरों से कहा है कि वे पश्चिम बंगाल, ओडिशा के अपतटीय क्षेत्रों, बंगाल की उत्तरी और मध्य खाड़ी में 12 अकटूबर तक समुद्र में न जाएं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि हम तितली तूफान से बचने के लिए सभी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम 3 लाख जलाशयों की निगरानी कर रहे हैं। आवश्यक सेवाओं और सामानों की आपूर्ति के साथ तैयार हैं। इसके अलावा लोगों से अपील की है कि किसी तरह की अफवाहों से परेशान होने की जरूरत नहीं है।
केंद्र ने चक्रवात ‘तितली’ के तट की ओर बढ़ने के मद्देनजर स्थिति से निपटने के लिए बुधवार को ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एन डी आर एफ) के तकरीबन 1,000 कर्मी भेजे।
गोपालपुर और उसके आस-पास के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को राहत शिवरों में भेजा गया है। मौसम विभाग का मानना है कि ‘तितली’ चक्रवात सुबह 5.30 तक दक्षिण ओडिशा पहुंच सकता है।
भयंकर चक्रवाती तूफान ‘तितली’ के पहुंचने से पहले ओड़िशा में करीब तीन लाख लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचाये गये : मुख्यमंत्री नवीन पटनायक।
चूंकि चक्रवाती तूफान के दौरान बाढ़ की आशंका भी बनी रही है। ऐसे में उस स्थिति से निपटने के लिए विशेष राहत संगठनों की न्यूनतम 300 इंजनमुक्त नौकाएं कई जिलों में तैयार खड़ी हैं। वहीं, एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ के दस्ते भी राहत-बचाव कार्य के लिए मुस्तैद हैं।
ओडिशा के मुख्य सचिव ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि तितली तूफान भयंकर रूप ले सकता है। वह गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे दक्षिणी ओडिशा पहुंच जाएगा। ऐसे में उस जगह के आसपास स्थित पांच जिलों के डीएम को जरूरी निर्देश जारी कर दिए गए हैं। राहत-बचाव के पर्याप्त इंतजामात भी कर लिए गए हैं।
ओडिशा के मुख्य सचिव ने एनडीआरएफ की 10 टीमें और ओडीआरएएफ की आठ टीमें विभिन्न तटीय इलाकों और जिलों में तैनात की गई हैं। राज्य के इंजीनियरिंग विभाग से भी इस संबंध में तैयार रहने के लिए कहा गया है।
जानकारों की मानें तो तितली के गुरुवार तक ओडिशा-आंध्र प्रदेश पहुंचने की आशंका है। विभाग की मानें तो दक्षिणी ओडिशा तट पर हवा की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।वहीं, उत्तर में हवाओं की रफ्तार 75 किमी प्रति घंटे तक रह सकती है। तितली का केंद्र ओडिशा के गोपालपुर से 530 किमी दक्षिण पूर्व में बताया जा रहा है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को तितली तूफान को लेकर एक उच्च-स्तरीय बैठक ली। उन्होंने सभी तटीय जिलों के अधिकारियों को इस बाबत अलर्ट किया है। साथ ही अफसरों को जरूरी इंतजाम करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
विशेष राहत आयुक्त बिष्णुपद सेठी ने स्थानीय मीडिया से कहा कि तूफान से पहले बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों और अक्षम को सुरक्षित जगहों पर बने आश्रय गृहों में पहुंचाने के साथ खास देखभाल की जरूरत है। उन्होंने इसको ध्यान में रखते हुए आश्रयगृहों की तत्काल जांच-पड़ताल की बात कही है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने चक्रवाती तूफान के मद्देनजर लोगों को सावधान किया। 'डूज एंड डोंट्स' की सूची में जानें क्या-क्या बताया गया है।
बंगाल की खाड़ी में दबाव बनने की वजह से बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, बर्धमान, पूर्व और पश्चिमी मिदनापुर, नादिया और मुर्शिदाबाद जिले में भी बारिश होने की संभावना है। वहीं, ओडिशा सरकार ने तेज तूफान को लेकर चेतावनी जारी की है। तितली की वजह से ओडिशा के गंजम, खुर्दा और पुरी के तटवर्ती इलाके और आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के प्रभावित होने की आशंका है। मछुआरों को हिदायत दी गई है कि वह शुक्रवार तक मछली पकड़ने न जाएं।
ओडिशा में भुवनेश्वर स्थिथ मौसम विभाग केंद्र की ओर से राज्य में अगले तीन दिनों तक के लिए भारी वर्षा की आशंका जताई गई है। राज्य के कुछ हिस्सों में इसी के साथ हल्की-फुल्की चक्रवाती तूफान की स्थिति भी बन सकती है।
मौसम विभाग ने जारी अपने बुलेटिन में बताया, 'तितली शुरुआत में 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ा था। आगे बंगाल की खाड़ी में पश्चिमी केंद्र हिस्से में आकर यह कठोर चक्रवाती तूफान बन गया। यह जगह ओडिशा के गोपालपुर से लगभग 370 किमी दूर है।'
देश के जाने-माने रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने कहा है कि तितली चक्रवात को लेकर हैरान होने की जरूरत नहीं है। लोगों को हिम्मत रखनी चाहिए और इसके लिए तैयार और सुरक्षित रहना चाहिए। जरूरत पड़ने पर लोगों को दूसरों की मदद भी करनी चाहिए।