समाजवादी पार्टी से गठबंधन टूटने के बाद अलग हुए ओम प्रकाश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की ताकत का प्रचार करने में लगे हैं। बसपा और बीजेपी के साथ जाने की अटकलों के बीच दोनों पार्टियां साफ कर चुकी हैं कि फिलहाल ओपी राजभर के साथ गठबंधन का कोई इरादा नहीं है। इस पर राजभर बताने में लगे हैं कि पूर्वांचल में उनके बिना किसी की भी दाल नहीं गलेगी।
उन्होंने कहा कि जब हम भारतीय जनता पार्टी के साथ थे तो पार्टी ने 325 सीटें जीतीं, सुभासपा के हटने के बाद बीजेपी 273 पर आ गई। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी को लेकर कहा कि सपा 47 सीटों पर थी और हमारे साथ आने के बाद 125 पर आ गई।
उन्होंने कहा, “हमने अपनी मेहनत, परिश्रम और संघर्षों के बल पर 6 सीटें जीतीं और जिन्होंने हमें सहयोग दिया उन्हें जितवाया। अगर गाजीपुर में देखें तो हमने 2 जीतीं, लेकिन उनको 5 सीट जितवाईं। आजमगढ़ में हम एक भी नहीं जीते, पर उन्हें 10 और अंबेडकर नगर में 5 सीटें जितवाईं। इसी तरह बलिया में हम 1 जीते, लेकिन उन्हें पांचों सीटें जितवा दीं। मऊ में एक हमने जीती और 2 उनको जितवा दी। बस्ती में 1 हमने जीती और 4 उनको जितवाई। इसी तरह आदान-प्रदान करके हमने अपनी ताकत का एहसास करवाया।”
उन्होंने आगे कहा कि सबको इस बात का एहसास हो गया कि पूर्वांचल में अति पिछड़े और अति दलित के बल पर ओम प्रकाश राजभर जो लड़ाई लड़ रहे हैं, उसमें ताकत है।
वहीं, बसपा और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बयान देकर साफ कर दिया कि फिलहाल पार्टी का उनके साथ आने का कोई इरादा नहीं है। इस पर राजभर ने कहा कि जिनके बयान आए हैं वो उस पार्टी के मालिक नहीं हैं। अभी जब पार्टी का मुखिया पूछेगा तो, ये लोग कहेंगे कि वो उनका व्यक्तिगत बयान था।