पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा किसानों से पंजाब के बजाय हरियाणा और दिल्ली में आंदोलन करने के बयान पर बीजेपी नेताओं ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। इसी कड़ी में हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने दावा किया है कि किसान आंदोलन के कारण राज्य के कई जिलों में ड्रग्स की समस्या बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में किसान अपना आंदोलन कर रहे हैं वहां के कुछ जिलों से नशे की शिकायतों में इजाफा हुआ है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार यह बहुत चिंता का विषय है, उन्होंने बताया कि एक अखाड़े के पहलवान ने फोन कर ड्रग्स के बढ़ते मामलों के बारे में बताया।
ओपी धनखड़ के अनुसार, हरियाणा के सोनीपत, झज्जर और रोहतक में इसकी शिकायतें बढ़ रही हैं, ग्राम पंचायतों में भी ऐसी समस्याएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि इसकी जांच कराई जानी चाहिए कि उन ही इलाकों से ड्रग्स की शिकायतों में क्यों इजाफा हुआ है। बीजेपी नेता के अनुसार पंजाब के बॉर्डर से लगे कुछ इलाकों से ऐसी शिकायते मिलती थी, लेकिन अब दूसरे इलाकों में भी इसका प्रभाव बढ़ रहा है।
पंजाब राज्य के साथ तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब की स्थिति को लेकर उड़ता पंजाब जैसी फिल्में बनाई जाती थी तो हमारे हरियाणा को लेकर दंगल और सूरमा जैसी फिल्में बनाई जा रही थी। अपने खिलाड़ियों को लेकर हरियाणा गर्व करता रहा है लेकिन अगर नशे के मामले बढ़े तो आने वाली पीढ़ियां बर्बाद हो जाएंगी।
वहीं दूसरी तरफ राकेश टिकैत ने इस मामले को लेकर ओपी धनखड़ पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि नशा खत्म करना चाहते हैं तो शराब की दुकाने बंद करवा दें। उन्होंने कहा कि जब पूरा देश बंद था तो पुलिस लोगों की लाइन लगवाकर शराब की बिक्री करवा रही थी लेकिन अब जब कोई आरोप नहीं मिला तो किसानों के आंदोलन पर नशे बढ़ाने का आरोप लगा दिया।