ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन निर्माण के बाद उनके प्रयोग को लेकर उदासीनता बरती जा रही है। शौचालय निर्माण में हो रहे गोलमाल पर लगाम लगाने को अब पेयजल एवं शौचालय मंत्रालय ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक एप्लीकेशन तैयार किया है जिसकी सहायता से शौचालय की मानीटरिंग आनलाइन की जा सकेगी और उपयोगिता की समीक्षा हो सकेगी। शौचालय का निर्माण स्वच्छता के उद्देश्य से किया गया लेकिन गांवों में शौचालयों का प्रयोग अपेक्षाकृत कम हो रहा है।

वहीं शौचालय की मरम्मत करवा कर निर्माण धनराशि का दुरुपयोग हो रहा है। जनपद में तमाम मामले ऐसे आए हैं। ऐसे में शौचालय उपयोगिता की आनलाइन समीक्षा के लिए स्वच्छ भारत मिशन से एक मोबाइ एप्लीकेशन तैयार किया गया। इसके माध्यम से लाभार्थियों के शौचालय की फोटो अपलोड की जाएगी। स्मार्ट फोन पर एमएसबीएम एप डाउनलोड करने के बाद इस एप्लीकेशन से शौचालय की फोटो सीधे वेबसाइड पर अपलोड होगी। एनआइसी के समन्वय से यह एप्लीकेशन संचालित होगा। खींची गई फोटो सीधे अक्षांश और देशांतर के ब्योरे के साथ एनआइसी पर अपलोड होगी। जिसमें समय जगह का रिकार्ड रहेगा। शौचालयों की उपयोगिता की जानकारी के साथ भौगोलिक स्थिति भी दर्ज होगी।

ऐसे काम करेंगे एंड्रायड एप: एमएसबीएम एप के माध्यम से खींची गई फोटो अक्षांश और देशांतर पर खींचेगी और खींचने के समय व जगह को दर्ज हो जाएंगी।