उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों ने परेशानी खड़ी की हुई है। सरकार से लेकर विपक्ष तक भेड़ियों के आतंक पर चर्चा में शामिल है। प्रशासन सुरक्षा के सारे प्रबंध करने में जुटा है। उत्तर प्रदेश के मंत्री संजय निषाद ने एक बयान जारी करते हुए आम लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और कहा है कि लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए खुले में नहीं सोना चाहिए। अब तक जिले के कई इलाकों में भेड़ियों ने आम लोगों को अपना शिकार बना लिया है। भेड़ियों के हमले में 10 लोगों की मौत और 34 से अधिक लोगों के घायल होने के बाद राज्य सरकार ने आदमखोर भेड़ियों को देखते ही गोली मारने की अनुमति दे दी है।

संजय निषाद ने क्या कहा?

उत्तर प्रदेश के मंत्री संजय निषाद ने कहा, “आदमखोर जानवरों को पकड़ने में माहिर विशेषज्ञों की एक नई टीम बुलाई गई है। शूटिंग टीम के सदस्यों की संख्या दोगुनी कर दी गई है। हमने भेड़ियों को पकड़ने के लिए 10 दिन का लक्ष्य रखा है। ड्रोन कैमरों में तीन भेड़िये देखे गए लेकिन संख्या इससे ज़्यादा भी हो सकती है। सीएम इस मामले पर नज़र रख रहे हैं। भेड़िये जैसे चालाक जानवर को पकड़ने में समय लगता है।”

उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण सक्सेना ने क्या कहा?

उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण सक्सेना ने कहा, “सीएम योगी आदित्यनाथ यहां के हालात को लेकर चिंतित हैं और स्थिति का जायजा लेते रहते हैं। हम लोगों को घर के अंदर सोने, दरवाजे बंद रखने और रात में अकेले बाहर न निकलने की सलाह दे रहे हैं। महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा की जरूरत है। सीएम ने भेड़ियों के हमले में मारे गए लोगों के परिवार को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। ज्यादातर लोगों को आर्थिक सहायता मिल चुकी है। सामान्य ड्रोन के साथ थर्मल ड्रोन भी तैनात किए गए हैं।”

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा गया है, जबकि दो और भेड़ियों के पकड़े जाने की संभावना है. हालांकि, अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि हमलों के पीछे एक ही भेड़िया है या एक से ज़्यादा है।