UP Assembly Monsoon Session: उत्तर प्रदेश में सोमवार (19 सितंबर) को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ सपा मुख्यालय से राज्य विधानसभा तक मार्च निकाला। हालांकि पुलिस ने इसको रोक दिया। जिसके बाद अखिलेश यादव पार्टी नेताओं के साथ धरने पर बैठ गए। वहीं सपा के इस मार्च को लेकर सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। बता दें, उत्तर प्रदेश में सोमवार से विधासभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है।

ओम प्रकाश राजभर कहा कि यह समाजवादी पार्टी का ड्रामा पार्टी है। उन्होंने कहा कि जब अखिलेश यादव सरकार में थे, तब उन्होंने इन मुद्दों को लेकर अमल किया, जिन मुद्दों को लेकर अब वो तख्ती लेकर निकल रहे हैं। जब उनके पिता जी रक्षा मंत्री थे, तब 17 जातियों को अनुसूचित जातियों में शामिल करने का मामला दिल्ली की पार्लियामेंट में पास क्यों नहीं कराया। यह सब ड्रामा है। वोट लेने के लिए वो शिगूफा छोड़ रहे।

ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव से पूछा कि जब आप सत्ता में थे, तब सामाजिक न्याय की रिपोर्ट क्यों नहीं लागू की। समाजवादी पार्टी की सरकार को हाई कोर्ट ने आदेश दिया। राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव 4 सितंबर 2013 का आदेश पढ़ लें।

जब ओम प्रकाश राजभर से सवाल किया गया कि आपको समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने से पहले ही सारी बातें पता थीं। इस सवाल के जवाब में राजभर ने कहा कि कभी-कभी जानकर जहर खाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हमने सोचा चलो जरा अंदर चलकर देखते हैं कि अंदर क्या हाल है। तो अंदर कुछ और ही मामला था। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की वोट लेने की साजिश है, हिस्सा देने की नहीं।

राजभर से पूछा गया कि आप पर आरोप लगते हैं कि आप बीजेपी के साथ हो गए हैं। इसके जवाब में राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव भी तो बीजेपी की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एमएलसी के चुनाव में ही देख लीजिए 28 साल की उम्र का पर्चा भरवा रहे। यह बात उन्हें और उनके नवरत्नों में से किसी को नहीं दिखाई दी।

अपने एजेंडे को लेकर सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि संविधान के दायरे में जनता ने जो हमको चुनकर भेजा है। सदन के अंदर हम जनता के मुद्दों को लेकर सरकार के सामने रखने का प्रयास करेंगे। यह हमारा एजेंडा है। उन्होंने कहा कि न हम सपा के साथ हैं, न बसपा के साथ हैं और न ही सरकार के साथ हैं। हम अपने और अपने विधायकों के साथ हैं।