ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के बाद एक माओवादी ठिकाने से कंडोम, गर्भ निरोधक गोलियां और गर्भावस्था परीक्षण किट जब्त की गई है। ओडिशा पुलिस ने एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह बताया। मुठभेड़ की जानकारी देते हुए नबरंगपुर के पुलिस अधीक्षक एस सुश्री (Superintendent of Police S Sushree) ने कहा कि ओडिशा पुलिस के एलीट स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) ने छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे नबरंगपुर जिले के रायघर इलाके में नक्सल विरोधी अभियान चलाया। मंगलवार रात इसी इलाके में मुठभेड़ हुई थी।
एसपी एस सुश्री ने बुधवार को कहा कि सुबह करीब 9.30 बजे पुलिस की ऑपरेशनल टीमों को मुरली (केंद्रीय समिति सदस्य), कार्तिक, गुड्डू, आकाश, नांदल और अन्य सहित लगभग 20 से 25 हथियार से लैश सीपीआई (माओवादी) कैडरों के एक समूह होने की जानकारी मिली। पुलिस ने बताया कि Udanti sanctuary में गांव सैबिन कछार के पूर्व में इनके होने की जानकारी मिली थी।
पुलिस अधीक्षक एस सुश्री ने बताया, “ऑपरेशनल टीम को देखते ही सशस्त्र माओवादियों ने पुलिस पार्टी पर गोलीबारी शुरू कर दी। बचाव में पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। लगभग आधे घंटे तक मुठभेड़ जारी रही। इलाके और घने जंगल का फायदा उठाते हुए माओवादी भागने में सफल रहे।
एसपी एस सुश्री ने कहा कि माओवादी कैंप से भारी मात्रा में सामान बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि शिविर में कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां और गर्भावस्था परीक्षण किट पाए गए। दो बंदूकें भी बरामद हुई हैं। एसपी ने कहा कि शिविर में माओवादी पर्चे के अलावा बैनर, डेटोनेटर और खाने का सामान भी मिला है। एसपी ने आगे कहा कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि माओवादी कैंपों में महिलाओं का यौन शोषण हो रहा है।
जिले के अंतरराज्यीय सीमावर्ती क्षेत्रों में कांबिंगअभियान तेज कर दिया गया है। एसपी ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी घटनाक्रम की निगरानी कर रहे हैं। इस बीच ओडिशा पुलिस ने छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे मल्कानगिरी, कोरापुट और नबरंगपुर जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बुधवार को नक्सलियों ने IED ब्लास्ट किया था, जिसमे जवानों से भरी जीप के परखच्चे उड़ गए थे। इस हमले में 10 जवान शहीद हो गए थे और गाड़ी चला रहे ड्राइवर की भी मौत हो गई थी।