BSP Chief Mayawati Security: बहुजन समाज पार्टी में काफी दिनों से अंदरूनी कलह चल रही है। कुछ दिन पहले उन्होंने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोआर्डिनेटर के पद से हटा दिया था। हालांकि, आज उनके आवास पर काफी गहमागहमी नजर आई। एक के बाद एक एनएसजी कमांडो का दल उनके घर के अंदर घुसा और सायरन बजाते हुए एक एंबुलेंस की भी दाखिल हुई। इतना ही नहीं यह फिर एनएसजी कमांडो के सुरक्षा कवर में बाहर आई। अब सभी के मन में एक ही सवाल है कि आखिर ऐसा क्या हुआ था?
बसपा चीफ की सिक्योरिटी को जांचने के लिए एनएसजी कमांडो की तरफ से मॉक ड्रिल की गई। एनएसजी की ये मॉक ड्रिल बसपा सुप्रीमों के लखनऊ में 9 मॉल एवेन्यू मार्ग पर मौजूद आवास में हुई है। एनएसजी की तरफ से की गई मॉक ड्रिल के दौरान एनएसजी सुरक्षाकर्मी, ड्राइवर और पुलिसकर्मी, स्थानीय पुलिस, फायर और एंबुलेंस टीम भी मौजूद रही। दो दिन मायावती को सिक्योरी ऑफिसर की ओर से एक पत्र लिखा गया था। इसी के बाद आज मॉक ड्रिल पूरी की गई है।
मायावती की सुरक्षा में एनएसजी कमांडो
इस मॉक ड्रिल में यह देखा गया कि घायल होने की हालत में किस तरह से मेडिकल टीम और एंबुलेंस काम करेगी। एक महिला को सुरक्षा कवर के बीच व्हील चेयर पर लाया जाता है और फिर तेजी से उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से हॉस्पिटल पहुंचाया जाता है। उत्तर प्रदेश में कुछ ही नेताओं को एनएसजी की सिक्योरिटी मिली हुई है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीसरी खुद बहुजन समाज पार्टी की चीफ मायावती शामिल हैं।
सीएम योगी से मायावती ने किया था एक बड़ा आग्रह
बसपा प्रमुख मायावती ने जनवरी के महीने में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार से आग्रह किया कि वह उनकी पार्टी के ऑफिस को किसी सेफ जगह पर ट्रांसफर कर दिया जाए, ताकि वहां किसी भी समय कोई अप्रिय घटना घटित न हो सके। बहुजन समाज पार्टी चीफ ने कहा कि इससे भारतीय जनता पार्टी सरकार को दलित विरोधी तत्वों से सख्ती से निपटने में भी मदद मिलेगी। अपने पार्टी ऑफिस को ट्रांसफर करने का आग्रह करते हुए मायावती ने 1995 की अप्रिय घटना को याद किया।
गेस्ट हाउस कांड 2 जून 1995 को हुआ था, जब मायावती ने मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद भड़के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लखनऊ के गेस्ट हाउस में मायावती पर हमला किया और उन पर गाली-गलौज करने के अलावा परिसर की बिजली और पानी की आपूर्ति भी कथित तौर पर काट दी। बसपा में कौन-कौन से बड़े नेता