Ramgopal Yadav angry from Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी में टूट लगातार बढ़ती ही जा रही है। अब चाचा राम गोपाल यादव ने भी समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को लेकर कुछ ऐसा ही कहा है। जब रामगोपाल यादव से शिवपाल यादव और सुहैलदेव समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर के नाम सपा की लिखी गई चिट्ठी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘इसके बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष जानें आप उन्हीं से पूछिए।’ रामगोपाल यादव के इस जवाब से उनकी सपा और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के प्रति नाराजगी साफ तौर पर झलक रही थी।

अब अखिलेश यादव के करीबी और सपा के महासचिव राम गोपाल यादव अब अखिलेश यादव के करीबी और सपा के महासचिव राम गोपाल यादव प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव और सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर को जारी किए गए पत्र को लेकर पल्ला झाड़ते हुए नजर आए। दरअसल समाजवादी पार्टी के महासचिव और राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव इटावा के समाजवादी कार्यालय पर सदस्यता अभियान के लिए पहुंचे थे जहां पर मीडिया ने शिवपाल यादव और ओपी राजभर को जारी किए गए पत्र को लेकर सवाल पूछा गया था जिसपर उन्होंने प्रतिक्रिया दी थी।

राजभर ने सपा नेताओं पर साधा निशाना

ओम प्रकाश राजभर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, राजनीति में चमचागिरी और मस्का पालिस वाला ही मामला रह गया है जो मुझसे नहीं हो पाती है। जब उनसे पूछा गया कि कौन चमचागिरी करता है तो राजभर ने अनुराग भदौरिया, संजय लाठर, अरविंद सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम के नाम लेते हुए कहा कि ये अखिलेश यादव के वो नवरत्न हैं जो अपना बूथ भी नहीं जितवा पाते और सबसे बड़े सलाहकार बने हुए हैं।

सपा ने पत्र जारी कर कहा ‘आप कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र’

आपको बता दें कि इसके पहले शनिवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख और अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ उत्तर प्रदेश विधानसभा में उनके साथ गठबंधन में लड़ने वाले सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को पत्र जारी करके गठबंधन से बाहर जाने के लिए कह दिया है। इस पत्र में समाजवादी पार्टी ने कहा, “आप कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं, आपको लगता है कि आपको अधिक सम्मान मिल रहा है

सपा से गठबंधन टूटा तो बसपा से कर लेंगेः राजभर

आपको बता दें कि इसके एक दिन पहले यानि शुक्रवार को पहले सुभासपा के अध्यक्ष ओपी राजभर ने पत्रकारों से बातचीत में जोर देकर कहा था कि वह सपा गठबंधन का हिस्सा बने रहेंगे। राजभर ने ये भी कहा था कि अगर अखिलेश यादव की तरफ से कोई ‘तलाक’ आएगा तो वह कबूल कर लेंगे लेकिन अपनी तरफ से अलग होने की पहल नहीं करेंगे। उन्होंने विकल्प बताते हुए यह जरूर कहा कि अगर सपा से गठबंधन टूटेगा तो वह बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन की पहल करेंगे।

शिवपाल यादव ने दिया सपा को जवाब

वहीं सपा के जारी किए गए इस पत्र के जवाब में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने सपा के इस पत्र के बाद सोशल मीडिया पर जवाब देते हुए कहा था, ‘मैं वैसे तो सदैव से ही स्वतंत्र था, लेकिन समाजवादी पार्टी द्वारा पत्र जारी कर मुझे औपचारिक स्वतंत्रता देने हेतु सहृदय धन्यवाद। राजनीतिक यात्रा में सिद्धांतों एवं सम्मान से समझौता अस्वीकार्य है।’