उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) को बड़ी सफलता मिली है। यूपी पुलिस ने मुजफ्फरनगर के शाहपुर इलाके में 50 हजार रुपये के इनामी कुख्यात बदमाश राशिद को एनकाउंटर में मार गिराया है। राशिद अपराध की दुनिया में ‘चलता-फिरता’ उर्फ सिपहिया के नाम से भी पहचान जाता था। एनकाउंटर के दौरान एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है।

मुजफ्फरनगर के एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि राशिद के ऊपर 14-15 मामले दर्ज थे। क्रिकेटर सुरेश रैना के तीन रिश्तेदारों के कत्ल के आरोप में भी पुलिस को उसकी तलाश थी। राशिद पर आरोप था कि उसने साल 2020 में पठानकोट में क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा, बुआ और उनके बेटे की हत्या कर दी थी।

एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश शाहपुर इलाके में घूम रहे हैं, ये किसी वारदात को अंजाम देने के इरादे से यहां आए थे। मुकबीर की सूचना पर शाहपुर पुलिस और एसोजी ने एरिया में चेकिंग ऑपरेशन शुरू किया।

उन्होंने बताया कि इसी दौरान पुलिस दो मोटरसाइकिल पर दो लोगों को इंटरसेप्ट किया। ये दोनों इंटर स्टेट गैंग के सदस्य थे। इन दो में से एक राशिद था। पुलिस द्वारा रुकने का इशारा करते ही उनकी तरफ से फायर किया गया, जिसके बाद पुलिस ने भी बचाव में फायरिंग की। पुलिस की फायरिंग में राशिद मारा गया जबकि उसका साथी बाइक छोड़ खेतों में फरार हो गया। पुलिस ने राशिद के कपड़ों में से दो हथियार बरामद किए हैं।

दिन में फूल बेचने के नाम करता था रेकी, रात में अपराध

लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राशिद पंजाब में फूल और चादर बेचने की आड़ ने दिन में रेकी किया करता था। इसके बाद वह रात के समय में अपराध को वारदात देता था। इसी तरह से उसने सुरेश रैने के बुआ-फूफा का भी मर्डर किया था।

सुरेश रैना के बुआ और फूफा पंजाब के पठानकोट के थरियाल गांव में रहते थे। घटना के वक्त ये लोग छत पर सो रहे थे। राशिद और उसके साथियों के हमले में सुरेश रैना के फूफा और उनके बेटे की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि उनकी घायल बुआ की मृत्यु अस्पताल में हुई थी। सुरेश रैना द्वारा ट्वीट किए जाने के बाद से ये मामला सुर्खियों में आया था।