Bihar CM Visit With Muslim Minister in Temple: बिहार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी के सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गया के विष्णुपद मंदिर में जाने पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा, “मंदिर के अंदर गैर-हिंदुओं के प्रवेश की अनुमति नहीं है” का नोटिस बोर्ड वहां लगा हुआ है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री उनको साथ में ले गए। पार्टी ने इसके लिए सीएम से माफी मांगने को कहा। इस बीच, मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी ने कहा कि मंदिर में प्रवेश करने पर वे “सम्मानित” महसूस कर रहे हैं।

दूसरी तरफ मंदिर प्रबंधन समिति अपनी प्रतिक्रिया पर कायम है। विष्णुपद मंदिर की मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव गजाधर लाल पाठक ने कहा, “हालांकि गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध है, और यह नियम पिछले 100 साल से लागू है, लेकिन मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि इस पर क्या प्रतिक्रिया दूं।”

पहले भी विशिष्ट लोग मंदिर में आए हैं, लेकिन कोई मुस्लिम या क्रिश्चियन नहीं

मंदिर प्रबंधन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शंभू लाल बिट्ठल ने इस मामले पर नाराजगी जताते हुए कहा, “उस वक्त उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि सीएम के साथ कोई गैर हिंदू मंत्री भी आए हैं।” उन्होंने कहा, “हम मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी को नहीं पहचानते थे। जो लोग उन्हें जानते थे, उन्हें उनको रोकना चाहिए था। इसके पहले भी कई विशिष्ट लोग मंदिर में आए हैं, लेकिन कोई भी मुस्लिम या क्रिश्चियन कभी नहीं आए। जिन लोगों ने यह गलती की है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए।”

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगले कुछ दिनों बाद लगने वाले ‘पितृपक्ष मेले’ की तैयारी का जायजा लेने के लिए सोमवार को मंत्री मंसूरी के साथ विष्णुपद मंदिर का दौरा किए थे। भाजपा के बिस्फी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा, “मंदिर में साफ लिखा है कि गैर हिंदुओं का प्रवेश प्रतिबंधित है। फिर भी सीएम अल्पसंख्यक मंत्री को अपने साथ ले गए। इसके लिए सीएम को पहले माफी मांगनी चाहिए। मंत्री को भी इस्तीफा दे देना चाहिए।”

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एस. जायसवाल ने कहा, “सीएम नीतीश कुमार जानते हैं कि गर्भगृह में गैरहिंदुओं के प्रवेश की मनाही है, इसके बावजूद वे हिंदुओं का अपमान करने के लिए जानबूझकर मंत्री को साथ ले गए। यह एक साजिश है। इसके लिए उन्हें हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए।”