थाना बिसरख पुलिस ने फर्जी आइएफएस अफसर जोया खान और उसके पति हर्ष प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक जोया खुद को विदेश मंत्रालय का संयुक्तसचिव बताकर नोएडा मेरठ सहित कई जनपदों की पुलिस से एस्कॉर्ट हासिल करती थी। वही कई बार वह खुद को यूनाइटेड नेशन ऑर्गेनाइजेशन सिक्योरिटी काउंसिल की अधिकारी बता कर अपना प्रभाव दिखाती थी और दिल्ली एनसीआर में अनुचित कार्यों को अंजाम देती थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने बताया कि गुरुवार को सूचना के आधार पर थाना बिसरख पुलिस ने फर्जी आइएफएस अफसर बन कर अनैतिक कार्य करने वाली महिला जोया खान व उसके पति हर्ष प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि महिला अपने आप को आइएफएस अधिकारी बताकर और यूनाइटेड नेशन ऑर्गेनाइजेशन सिक्योरिटी काउंसिल की अधिकारी बताकर दिल्ली, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा व गुड़गांव पुलिस का एस्कॉर्ट हासिल करती थी। उन्होंने बताया कि इसके पास से बरामद मर्सिडीज कार पर यूएन का स्टीकर भी लगा है।

उन्होंने बताया कि यह महिला कुछ समय पूर्व गौतमबुद्ध नगर में उनसे मिलने आई। इसके साथ एस्कॉर्ट लगा था। शक होने पर जब जांच की गई तो पता चला कि यह महिला फर्जी अधिकारी बन कर घूम रही है। इसकी जांच की जा रही है कि महिला ने फर्जी अधिकारी बनकर कितने लोगों के साथ ठगी की है। उन्होंने बताया कि महिला से एक फोन बरामद हुआ है, जिसमें एक एप डाउन लोड है, जिसके माध्यम से यह वॉइस चेंज करके खुद फोन करती थी। वह आइएफएस अधिकारी के पीए अनिल शर्मा बनकर पुलिस अफसरों से बात करती थी और पुलिस अफसरों पर प्रभाव डालकर एस्कॉर्ट हासिल करती थी।

वैभव कृष्ण ने बताया कि महिला ने यूनाइटेड नेशन ऑर्गेनाइजेशन सिक्योरिटी काउंसिल के नाम से फर्जी ई-मेल आइडी बना रखी है। जिसके माध्यम से यह विभिन्न जनपदों के पुलिस कप्तानों को मेल करती है और उसके आधार पर एस्कॉर्ट प्राप्त किया जाता है। एसएसपी ने बताया कि मेरठ में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान महिला का वहां उपस्थित होना और भारत की गोपनीय सूचना विदेश में उपलब्ध कराने का अभी तक कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिला है। गिरफ्तार पति पत्नी से गहनता से पूछताछ की जा रही है।