युवाओं में तेज रफ्तार से वाहन चलाने का शौक अब भारी पड़ रहा है। यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की सख्ती के चलते जिले में बीते आठ माह के भीतर करीब 1500 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में कहीं अधिक है, जब इसी अवधि में करीब 1000 लाइसेंस ही निलंबित किए गए थे। इस वर्ष निलंबित हुए लाइसेंसों में सबसे अधिक मामले तेज रफ्तार से वाहन चलाने से संबंधित हैं।

836 लाइसेंस ऐसे चालकों के हैं जो गति सीमा का उल्लंघन करते हुए पकड़े गए। शेष मामलों में वाहन चालकों ने खतरनाक तरीके से वाहन चलाने, विपरीत दिशा में ड्राइविंग करने और अन्य नियमों का उल्लंघन किया। यातायात पुलिस द्वारा बनाई गई उल्लंघनकर्ताओं की सूची परिवहन विभाग को भेजी गई थी, जिस पर नियमानुसार कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने साफ किया है कि नियम तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, क्योंकि वे न केवल अपनी, बल्कि दूसरों की जान को भी खतरे में डालते हैं।

देखने को मिला लोगों में रील का खुमार

सोशल मीडिया के चलन के बाद लोगों में रील का खुमार देखने को मिला है। लोग अपनी जान खतरे में डालकर रील बनाते हुए दिख रहे हैं। वहीं नोएडा व ग्रेटर नोएडा में आए दिन ऐसी वीडियो प्रसारित होती हैं जिनमें लोग खतरनाक तरीके से वाहन चलाते या स्टंट करते हैं। हालांकि यातायात पुलिस इन पर भारी भरकम जुर्माना भी लगाती है लेकिन फिर भी यह घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसे में इस बार ऐसे वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने का काम भी संबंधित विभागों की ओर से किया गया है। ऐसे करीब 36 लोगों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किया गया है।

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परिवहन विभाग के अनुसार जिन चालकों के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं, वे अब कम से कम 45 से 90 दिनों तक वाहन नहीं चला सकेंगे। यदि इस अवधि के बाद भी वे नियम तोड़ते हैं, तो उनका लाइसेंस स्थायी रूप से रद्द हो सकता है। निलंबित चालकों को चेतावनी पत्र जारी किए गए हैं।

इस मामले को लेकर उप संभागीय परिवहन अधिकारी सियाराम वर्मा ने बताया कि परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीमें व यातायात पुलिस से मिली सूची के आधार पर कार्रवाई की गई है। इस बार ऐसे लोगों पर जीरो टालरेंस की नीति अपनाई गई है और इनपर कार्रवाई की गई है।