जेवर एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स का परिचालन जल्द शुरू होने वाला है। नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर परिचालन शुरू करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ते हुए, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) की पहली कैलिब्रेशन उड़ान शुक्रवार को हवाई अड्डे पर सफलतापूर्वक उतरी। परीक्षण में सभी उपकरण और सेंसर सही काम करते मिलने पर विमान सेवाओं के लिए हरी झंडी मिल जाएगी।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किये गये एक बयान के अनुसार, किसी भी नए हवाई अड्डे के चालू होने से पहले किया जाने वाला यह महत्वपूर्ण परीक्षण, हवाई अड्डे की संचार प्रणालियों की सटीकता की पुष्टि करता है। यह परीक्षण उड़ान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। यह घटनाक्रम केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू द्वारा इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए बयान के लगभग 6 सप्ताह बाद सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हवाई अड्डे का उद्घाटन 30 अक्टूबर को किया जाएगा और उसके 45 दिनों के भीतर उड़ानें शुरू हो जाएंगी।
नवंबर के तीसरे हफ़्ते में जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण का उद्घाटन
अधिकारियों ने बताया कि पिछले हफ़्ते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की थी और उनसे नवंबर के तीसरे हफ़्ते में हवाई अड्डे के पहले चरण के उद्घाटन की तारीख़ मांगी थी। मुख्यमंत्री ने अब तक हुए काम की विस्तृत जानकारी भी साझा की थी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राकेश कुमार सिंह सिंह ने आगे बताया कि इस कैलिब्रेशन उड़ान का उद्देश्य वायु नेविगेशन प्रणाली, संचार प्रणाली और उपकरण लैंडिंग प्रणालियों के रडारों की सटीकता की जाँच करना था। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, यह परीक्षण लगभग दो घंटे तक किया गया।
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दिसंबर से शुरू हो सकती हैं जेवर एयरपोर्ट पर विमान सेवाएं
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि आज से दो दिन तक इस हवाईअड्डे पर परीक्षण जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि हवाईअड्डे पर एअर इंडिया के विमान ने उड़ान भरा और उतरा। उन्होंने बताया कि यह परीक्षण बृहस्पतिवार से होना था लेकिन मौसम खराब होने के चलते यह आज से शुरू हुआ। यह परीक्षण उड़ान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। परीक्षण में सभी उपकरण और सेंसर सही काम करते मिलने पर विमान सेवाओं के लिए हरी झंडी मिल जाएगी। यानी हवाई अड्डे को ‘एयरोड्रम लाइसेंस’ मिल जाएगा। दिसंबर से इस हवाई अड्डे से विमान सेवाएं शुरू होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने यह भी कहा था कि इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और पहले चरण में कम से कम दस शहरों को जोड़ा जाएगा। मंत्री ने कहा, “ये उड़ानें बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई, कोलकाता और मुख्य रूप से सभी महानगरों को जोड़ेंगी। हम इंडिगो के साथ बातचीत कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है।”
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(भाषा के इनपुट के साथ)

