Noida International Airport: ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में एयरपोर्ट तैयार हो चुका है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इंडिगों के विमान का सही तरीके से ट्रायल भी हो गया है। इंडिगो का विमान इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जेवर एयरपोर्ट तक 10 मिनट में पहुंचा। अब यात्रियों के लिए एक खुशखबरी यह है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली फ्लाइट का किराया दिल्ली एयरपोर्ट के मुकाबले सस्ता हो सकता है।

दरअसल यहां पर फ्लाइटों को ईंधन दिल्ली एयरपोर्ट से कम रेट पर मौजूद होगा। एयरपोर्ट के तैयार होने से पहले एक समझौता हुआ था। इसमें उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ईंधन पर महज एक प्रतिशत वैट लगाने का फैसला लिया है। वहीं दिल्ली के एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले विमानों को ईंधन पर 25 प्रतिशत वैट का भुगतान करना पड़ता है। वैट में कमी का असर विमानों के किराये में दिखने की संभावना है।

टिकटों के दाम कम करने की प्लानिंग

नोएडा एयरपोर्ट पर इंडिगो विमान के सफल ट्रायल के बाद में एविएशन कंपनियां रूट के सर्वे को करने में जुट गई हैं। सर्वे पूरा करने के बाद में ही आवेदन किया जाएगा। इसके साथ ही किराये का ऐलान किया जाएगा। वैट में राहत मिलने के बाद में लोगों को टिकट सस्ती मिलने की उम्मीद है। एयरपोर्ट से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि टिकटों के दाम 15-20 फीसदी तक कम हो सकते हैं। देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पास नोएडा में एयरपोर्ट बनाने का मकसद लोगों की भीड़ को कम करना है। इसी वजह से टिकटों के दाम कम करने की प्लानिंग की जा रही है। नोएडा एयरपोर्ट से अप्रैल 2025 से उड़ाने स्टार्ट होने की संभावना है।

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यकितनी होगी क्षमता

अप्रैल 2025 में पहला फेज पूरा होने पर जेवर एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी। अभी दिल्ली एयरपोर्ट की 7.36 करोड़, मुंबई एयरपोर्ट की 5.28 करोड़ और बेंगलुरु एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 3.75 करोड़ तक है। एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 6,200 हैक्टयर होगा। इसके अलावा पूरा एयरपोर्ट बनने में 30 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। विस्तृत खबर के लिए यहां क्लिक करें…