Bihar Politics: भारतीय जनता पार्टी के नेता और बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आरजेडी में 27 साल से एक ही अध्यक्ष है। भारतीय जनता पार्टी में कोई नहीं जानता कि कल कौन अध्यक्ष होगा।

सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार के लोगों ने 40 में से 30 सीटें जीताने का काम किया है। इसलिए पहले ये गलतफहमी पहले निकाल दें कि लालू प्रसाद का परिवार अपने सत्ता भोगने के लिए आया है और अपने ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना चाहते हैं। आप सोचिए इस लोकतंत्र में भी एक सदन की नेता तेजस्वी यादव की माताजी हैं और दूसरे सदन का नेता उनका भाई है। यही राजा का लोकतंत्र है। यही लोगों को डराते हैं। आरक्षण विरोधी लालू प्रसाद यादव हैं और संविधान विरोधी भी वही हैं।

दिलीप जायसवाल को बनाया बिहार प्रदेश अध्यक्ष

बता दें कि सम्राट चौधरी की जगह वरिष्ठ नेता दिलीप जायसवाल को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। जब सम्राट चौधरी ने मार्च 2023 में बिहार में बीजेपी की कमान संभाली, तो उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने नीतीश को सत्ता से बेदखल किए जाने तक चैन से न बैठने की कसम खा ली, यहां तक ​​कि उन्होंने यह भी वादा किया कि जब तक यह लक्ष्य हासिल नहीं हो जाता, तब तक वे पगड़ी पहनेंगे।

यह समझौता न करने वाला रवैया पार्टी आलाकमान को पसंद नहीं आया। चौधरी की आक्रामक रणनीति इस धारणा बनी थी कि नीतीश कुमार एनडीए में वापसी नहीं करेंगे। हालांकि, फरवरी 2024 में घटनाओं के एक अलग ही मोड़ आया और नीतीश कुमार ने फिर से एनडीए का साथ दिया। सूत्र बताते हैं कि चौधरी शुरू में नए राजनीतिक गठबंधन को लेकर नाराज थे, लेकिन आखिरकार आगामी लोकसभा चुनावों के कारण उन्होंने मान लिया।

चौधरी का भविष्य अधर में लटका!

बिहार की राजनीति में सम्राट चौधरी का भविष्य अभी अनिश्चित बना हुआ है। प्रशांत किशोर जैसे राजनीतिक विश्लेषकों और लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य जैसी नेताओं ने भविष्यवाणी की है कि चौधरी के राजनीतिक करियर को आगे भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। उनका कहना है कि अगस्त के बीच में होने वाले आगामी कैबिनेट फेरबदल में उन्हें उपमुख्यमंत्री का पद भी गंवाना पड़ सकता है।