UP Politics: सपा सरकार में यूपी में आजम खान की तूती बोलती थी, लेकिन वक्त बदलने के साथ आजम खान का परिवार इस वक्त गर्दिश के दौर से गुजर रहा है। या यूं कहें कि यूपी में योगी सरकार बनने के बाद आजम खान पर एक के बाद एक कई मुकदमे दर्ज होते चले गए। यहां तक कि आजम खान के खिलाफ बकरी चोरी का भी मामला दर्ज हुआ।

इसी बीच आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा ने बड़ा बयान दिया है। जिसने सपा चीफ अखिलेश यादव को ही बैकफुट पर ला दिया। जेल में बंद आजम से मिलकर निकली तंजीन ने कहा कि मुझे समाजवादी पार्टी से कोई उम्मीद नहीं है। आजम के समर्थक आरोप लगाते रहे हैं कि समाजवादी पार्टी ने उनसे मुंह फेर लिया है। कांग्रेस के इमरान मसूद को तो जैसे आपदा में अवसर मिल गया है। वे तो वैसे भी कहते रहते हैं कि समाजवादी पार्टी में मुसलमान दरी बिछाते हैं।

हम क्या कर सकते हैं- अखिलेश यादव

तंजीन फातिमा के बयान पर अखिलेश यादव ने कहा कि उनके पास तो बस तीन विकल्प हैं। हम क्या कर सकते हैं। यूपी की बीजेपी सरकार उन पर अन्याय कर रही है। उन पर मकदमे पर मुकदमे लगाए जा रहे हैं तो ऐसे में सरकार बदलने पर ही आजम खान को राहत मिल सकती है तो आप सब मिलकर सरकार बदलें। अखिलेश यादव ने कहा कि दूसरा रास्ता अदालत का है। उन्हें कोर्ट से इंसाफ मिल सकता है। तीसरा विकल्प तो भगवान है, मतलब ऊपर वाला।

आजम के लिए आम लेकर गई थीं तंजीन

कुछ समय पहले तक तंजीन फातिमा भी जेल में थीं। सीतापुर जाकर उन्होंने जेल में बंद अपने पति आजम खान से मिली। राज्य सभा सांसद रहीं तंजीन ने जेल से बाहर निकलते ही समाजवादी पार्टी पर बम फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि मुझे किसी से कोई उम्मीद नहीं। मुझे बस अल्लाह से उम्मीद है। तंजीन अपने पति आजम की पसंद के आम लेकर भी गई थीं।

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सपा के पूर्व सांसद एस टी हसन बोले- तंजीन के आरोप गलत

समाजवादी पार्टी के सीनियर लीडर आजम खान लंबे समय से जेल में हैं। कोर्ट से सजा होने के बाद विधानसभा की उनकी सदस्यता भी चली गई। आजम खान और उनकी पत्नी और उनके दोनों बेटों पर कई मुकदमे चल रहे हैं। उनके समर्थकों का आरोप है कि अखिलेश यादव ने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया है, पर समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एसटी हसन कहते हैं कि पार्टी ने तो आजम की हर जिद पूरी की है। उन्होंने कहा कि तंजीन फातिमा के आरोप गलत हैं।

आजम खान का ये दर्द कैसे होगा कम

बता दें, एसटी हसन वही नेता हैं , जिनका टिकट आजम खान ने पिछले लोकसभा चुनाव में कटवा दिया था। आजम खान की जिद के कारण रुचिवीरा को मुरादाबाद से टिकट मिला था, लेकिन अखिलेश यादव ने धोबी पछाड़ चलते हुए आजम के विरोधी मोहिबुल्लाह नदवी को रामपुर से टिकट दे दिया। नदवी सांसद भी बन गए। आजम खान को अब भी इसका दर्द है। उनका दर्द तो ये भी है कि अखिलेश इन दिनों उन्हें छोड़कर दूसरे मुस्लिम नेताओं को आगे बढ़ा रहे हैं। जैसे संभल के सांसद जिया उर रहमान बर्क और कैराना की सांसद इकरा हसन।

कांग्रेस के इमरान मसूद और अखिलेश यादव का झगड़ा पुराना है। समाजवादी पार्टी में मुसलमान दरी बिछाते हैं वाला बयान देने वाले मसूद भी आज़म के हमदर्द हैं। वे तो चाहते हैं कि आजम खान उनके साथ जुड़ें। इमरान मसूद ने कहा कि अखिलेश यादव चाहते तो आजम खान को इतनी तकलीफ नहीं झेलनी पड़ती। वहीं, यूपी चुनाव को लेकर सपा की 108 सीटों पर पैनी नजर हैं। पढ़ें…पूरी खबर।