बिहार में सियासी बाजी पलट चुकी है। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर से एनडीए में शामिल हो गए हैं। बिहार में अब नई सरकार बीजेपी-जेडीयू की सरकार होगी। नीतीश कुमार आज शाम 5 बजे 9वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। उनके साथ बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। इस पूरे घटनाक्रम पर जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है।
केसी त्यागी ने कहा, “कांग्रेस इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व चुराना चाहती थी। 19 दिसंबर को हुई बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम (प्रधानमंत्री के रूप में) प्रस्तावित किया गया था। इसलिए इंडिया ब्लॉक के नेतृत्व को हथियाने के लिए साजिश रची गई थी।”
केसी त्यागी ने आगे कहा, “इससे पहले मुंबई की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि ब्लॉक किसी पीएम चेहरे का नाम लिए बिना अपना प्रमुख एजेंडा आगे बढ़ाएगा। हालांकि एक अच्छी तरह से सोची-समझी योजना के तहत, (पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख) ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम प्रस्तावित किया (दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसका समर्थन किया)। आज के कई विपक्षी दलों ने खुद को कांग्रेस से अलग करने के बाद अपनी व्यक्तिगत पहचान बनाई। जबकि हमने जल्द से जल्द सीट-बंटवारे की बातचीत के लिए दबाव डाला। कांग्रेस खींचतान करती रही। ब्लॉक भाजपा से लड़ने के लिए एक निश्चित योजना या रोडमैप के साथ आने में विफल रहा।”
इससे पहले सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और राज्यपाल से सरकार को भंग करने का अनुरोध किया। बिहार में गठबंधन के भीतर मामलों की स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण यह स्थिति आई। मैंने इस निर्णय पर आने से पहले सभी की सलाह और राय मांगी। मैंने सभी की राय और सुझावों को गंभीरता से लिया। सरकार आज भंग हो रही है।”
बिहार बीजेपी विधायक दल के डिप्टी लीडर विजय सिन्हा ने कहा कि हम आरजेडी को विदाई देकर सुशासन को फिर से स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि शपथ समारोह शाम 5 बजे होगा और वहां सभी विधायक मौजूद रहेंगे। मैं सभी को धन्यवाद देता हूं।