Budget 2023: बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने रेल बजट को आम बजट से अलग पारित करने की मांग की है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि जिस तरह से पहले रेलवे का बजट अलग से पेश होता था उसी तरह से अब भी पेश हो।

समाधान यात्रा पर निकले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह मांग शुक्रवार को नालंदा में पत्रकारों से बात करते हुए की है। 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू होनेवाला है, जो 6 अप्रैल तक चलेग

अपने कार्यकाल को किया याद

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 1998 से 2001 तक रेल मंत्री रहे थे। नीतीश कुमार ने नालंदा में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जब मैं रेल मंत्री था तो हम लोगों को ढेर सारी नौकरियां देते थे। संसद में जब रेल बजट पेश किया गया तो तमाम अखबारों में चर्चा हुई थी। मैं चाहता हूं कि सदन में अलग से रेल बजट पेश किया जाए। इसका बहुत महत्व है।

बिहार को विशेष राज्य का दर्ज देने का मुद्दा भी उठाया

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने का मामला एक बार उठाया है। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार शरीफ में विकास कार्य हुए हैं। मैं जब विधायक था तब से हमेशा लोगों की समस्याएं सुनता रहा हूं। मैं लोगों के बीच जाता हूं, लोगों के साथ बैठता हूं और उनकी समस्याओं का समाधान करता हूं। हम हमेशा से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारे पक्ष में

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला दिया है, यह सबके हित में है। जाति आधारित गणना तो केंद्र सरकार का काम है। हम तो राज्य में कर रहे हैं। एक-एक चीज की जानकारी होगी। तो विकास के काम
को बढ़ाने में सुविधा होगी। और लोगों को आसानी से मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के तहत पूरे बिहार के दौरे पर है। वह गांव-गांव जाकर लोगों से मिल जुल रहे हैं।