बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया है। गृह विभाग पर सबकी नजर थी और नीतीश कुमार ने इसे अपने पास ही रखा है। इसके पहले भी गृह विभाग नीतीश कुमार के ही पास था।
दोनों उपमुख्यमंत्रियों को मिले 9 विभाग
उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को 9 विभाग मिले हैं। सम्राट चौधरी वित्त, वाणिज्य कर, नगर विकास और आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्स्य संसाधन और विधि विभाग संभालेंगे। जबकि दूसरे उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को भी 9 विभाग दिए गए हैं। विजय कुमार सिन्हा को कृषि, पथ निर्माण, राजस्व, भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खनन और भूतत्व, श्रम संसाधन, कला संस्कृति एवं युवा, लघु जल संसाधन और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग मिला है।
विजय कुमार चौधरी को जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग मिला है। तो वहीं बिजेंद्र प्रसाद यादव को ऊर्जा, योजना विकास, उत्पाद और निबंधन, ग्रामीण कार्य और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय मिला है। डॉक्टर प्रेम कुमार को सहकारिता, पिछड़ा वर्ग, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन और पर्यटन विभाग मिला है।
श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, समाज कल्याण और खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्ष्ण विभाग मिला है तो HAM कोटे से मंत्री बनाये गए जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन को सूचना प्रावैधिकी, अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण विभाग मिला है। निर्दलीय विधायक सुमित सिंह को विज्ञान, प्रावैधिकी और तकनीकी शिक्षा विभाग मिला है।
नीतीश ने फिर बीजेपी के साथ बनाई है सरकार
बता दें कि 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके पहले उन्होंने आरजेडी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी लेकिन अचानक ही उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया। 2020 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी और जेडीयू गठबंधन को जीत मिली थी। लेकिन अगस्त 2022 में नीतीश कुमार ने करीब डेढ़ साल बीजेपी के साथ सरकार चलाने के बाद इस्तीफा दे दिया था और आरजेडी के साथ सरकार बना ली थी। इसके बाद आरजेडी के साथ भी नीतीश का गठबंधन डेढ़ साल ही चला।