जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के बाद से नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने देशभर ताबड़तोड़ संदिग्धों के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान चला रखा है। एएनआई के मुताबिक एनआईए ने शुक्रवार (22 मार्च) को अलग-अलग जगह पर एक साथ कई संदिग्धों पर कड़ी कार्रवाई की। इनमें फलाह-ए-इंसानियत, जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश और दिल्ली से गुरुवार (21 मार्च) की देर रात पकड़ा गया जैश का संदिग्ध सज्जाद अहमद खान शामिल हैं। एनआईए की सक्रियता से आतंक के लिए काम करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है।
पहली कार्रवाईः एनआईए ने दिल्ली से जैश-ए-मोहम्मद के संदिग्ध और पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड सज्जाद अहमद खान को गिरफ्तार किया था। शुक्रवार (22 मार्च) को उसे आठ दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। वह 29 मार्च तक रिमांड पर रहेगा। जम्मू-कश्मीर के हंदूरा के रहने वाले सज्जाद को दिल्ली में जैश-ए-मोहम्मद की जड़ें मजबूत करने के आरोप में पकड़ा गया था। वह शॉल बेचने की आड़ में आतंकियों की मदद करता था। उस पर जैश के लिए नए युवाओं की भर्ती का जिम्मा था।
दूसरी कार्रवाईः एनआईए ने हवाला के जरिए पाकिस्तान से दुबई और भारत तक पैसा पहुंचाने के तीन संदिग्धों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। इनमें दिल्ली का मोहम्मद सलमान, राजस्थान के मोहम्मद सलीम और मोहम्मद कामरान शामिल हैं। ये फलाह-ए-इंसानियत नाम के संगठन के लिए आर्थिक मदद के साथ-साथ स्लीपर सेल और लॉजिस्टिक्स में मदद करते थे।
तीसरी कार्रवाईः एजेंसी ने शुक्रवार (22 मार्च) को जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश के संदिग्ध पर भी कार्रवाई की। आतंक फैलाने की साजिश के मामले में एजेंसी ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले नजीर शेख के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।

