आबकारी नीति के विरोध में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर बीजेपी नेताओं ने हल्ला बोल दिया है। शनिवार (23 जुलाई, 2022) को नेताओं ने यहां जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है।

एलजी वीके सक्सेना ने आबकारी नीति 2021-22 में कथित नियमों और प्रक्रिया में उल्लंघन के आरोपों की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। सिसोदिया दिल्ली सरकार में आबकारी मंत्री हैं, जिस कारण वो भी जांच के दायरें में आ गए हैं। इस घटनाक्रम को लेकर अब बीजेपी ने दिल्ली सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है।

वहीं, दिल्ली की सियासत में चल रहे इस बवाल पर कुछ लोग बीजेपी को भी घेरने में लगे हैं। एक ट्विटर यूजर @i3JPRAiBZlTBYSb ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी के गोवा रेस्टोरेंट का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपने रेस्टोरेंट के लिकर लाइसेंस को एक मरे हुए शख्स के नाम पर रिन्यू करवाया है। क्या भक्त ये बात जानते हैं?

एक और यूजर @ajaydeep9966 ने कहा कि जब ईडी सरकार के तहत काम कर रही है, तो आप कैसे सोच सकते हैं कि वो सरकार के दखल के बिना आजादी से काम कर सकती है। अब ये देखना है कि बगैर लाइसेंस के चल रहे ईरानी के फैमिली बिजनेस को कैसे क्लीन चिट मिलती है।

उपमुख्यमंत्री के घर के बाहर बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर भी लोगों ने कमेंट किए। रूपेश झा नाम के यूजर ने कहा, “भाजपा की पुलिस भाजपा कार्यकर्ता को गिरफ्तार करके ले जा रही है कैसा दिन आ गया है कार्यकर्ताओं के लिए। खुद की पुलिस ही इनको रोक कैसे रही किसके इशारे पर ये हो रहा है।”

वहीं, जतिंदर कुमार नाम के और यूजर ने लिखा, “पुलिस वाले देखो भाई कितना लाठी चार्ज कर रहे हैं। बैरिकेड क्रॉस करने से रोका सैल्यूट। अभी विपक्ष वाले होते तो बैरिकड लगाते ही नहीं, आराम से जाने देते। ना वॉटर कैनिन होता ना कुछ।”

बता दें कि शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दावा किया था कि दिल्ली सरकार ने नियमों और प्रक्रिया का उल्लंघन कर शराब कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए गुटबंदी को बढ़ावा दिया। इसके बाद से बीजेपी नेताओं ने दिल्ली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।