यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने परीक्षाओं में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों पर सख्त एक्शन लेने का फैसला किया है। शनिवार को मुख्यमंत्री ने अफसरों को सख्त निर्देश दिया कि पेपर लीक कराने वाले गैंग और सॉल्वर गैंग के खिलाफ कार्रवाई में किसी भी तरह की रियायत बरतने और नरमी दिखाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को कठोर सजा दिलाई जाए। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में सॉल्वर गैंग-पेपर लीक कराने जैसी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए नया कानून भी तैयार किया जा रहा है।
सीएम ने कहा- अब जहां सीसीटीवी हो, वहीं बनेंगे परीक्षा केंद्र
सीएम ने कहा कि आगे से परीक्षा केंद्र उन्हीं शिक्षण संस्थानों को बनाया जाए, जहां सीसीटीवी लगी हो और वह सरकारी या वित्त पोषित शिक्षण संस्थान हो। सीएम ने अफसरों को निर्देश दिया कि पेपर सेट होने से लेकर रिजल्ट प्रकाशित होने तक पूरी प्रक्रिया में सुधार लाने के लिए काम किया जाए। उन्होंने कहा कि हर पाली में दो या अधिक पेपर सेट जरूर होने चाहिए। प्रत्येक सेट के प्रश्न पत्र की छपाई अलग-अलग एजेंसियों के माध्यम से कराना सही होगा। इसके अलावा परीक्षा केंद्र आवंटन में महिलाओं और दिव्यांगों की आवश्यकताओं का भी ध्यान रखा जाएगा।
NEET-UG में गड़बड़ी मुद्दे को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाया है
विपक्षी दलों के समूह ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के प्रमुख घटक दल समाजवादी पार्टी (SP) ने शनिवार को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-UG (NEET-UG) में गड़बड़ी का आरोप लगाया और मांग की कि इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए कोर्ट से गहन जांच कराकर इसके दोषियों को सख्त सजा दी जाए। नीट-यूजी का परिणाम चार जून को घोषित किया गया। सपा प्रमुख एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘चिकित्सक बनने के लिए पूरे देश में प्रवेश परीक्षा के रूप में आयोजित की जाने वाली परीक्षा ‘नीट’ के परिणाम में सैकड़ों अभ्यर्थियों के शत प्रतिशत नंबर आए हैं।’’
यादव ने कहा, ‘‘इनमें भी एक ही परीक्षा केंद्र से कई लोगों के एक साथ पूरे नंबर आना, एक बड़ी धांधली की ओर संकेत करता है।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘बीजेपी के शासन में परीक्षाएं प्रश्नपत्र लीक कराने, किसी और की जगह पेपर दिलाने, सेंटर के साथ साठगांठ करने और परिणाम अपने अनुसार कराने जैसे धंधे का रूप धारण करती जा रही हैं।’’ लोकसभा चुनावों के दौरान अपनी सभाओं में भर्ती परीक्षाओं की गड़बड़ी को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी पर लगातार हमलावर रहे अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘अधिकतर परीक्षाओं में लगभग एक जैसा ही घपला होना कोई संयोग नहीं हो सकता। इससे देश का युवा व्यवस्था में विश्वास खोने लगा है। युवाओं की हताशा का मतलब है कि भविष्य हताश है।’’
इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य सरकार के मंत्रियों को ‘संवाद, समन्वय और संवेदनशीलता’ का मंत्र देकर एक बार फिर से जनता के बीच जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ‘‘सरकार जनता के लिए है, हमारे लिए जनहित सर्वोपरि है, ऐसे में समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की समस्याओं का समाधान, अपेक्षाओं और आवश्यकताओं पूरा किया जाना चाहिए।’’