तमिलनाडु में समुद्र तट पर रेत खनन, धूम्रपान-विरोधी वैश्विक संधि के लिए दिग्गज तंबाकू कंपनी का दुनिया भर में अभियान, पंजाब की महिला क्रिकेटरों की आंकाक्षाओं, हमारे शहरों को स्वच्छ रखने वालों की जिंदगी और मौत। सही रूप में और निडरता से सामने लाई गईं ये सभी और कई कहानियां एवं तस्वीरें 4 जनवरी को नई दिल्ली में आयोजित रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवॉर्ड्स के 13वें संस्करण में सम्मानित की जाएंगी।

समारोह के मुख्य अतिथि होंगे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, जो 2017 में किए गए उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रिंट, ब्रॉडकास्ट एवं शुद्ध रूप से डिजिटल में 18 श्रेणियों के 29 विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करेंगे।

इस साल भारतीय मीडिया #मीटू अभियान के केंद्र में रहा, जिसने कई महिला पत्रकारों को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के खिलाफ बोलते देखा। इससे बाध्य होकर एक केंद्रीय मंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। इस आंदोलन एवं कर्मचारियों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने में संपादकों की भूमिका समझने के लिए पुरस्कार वितरण के बाद शुक्रवार को एक पैनल डिस्कशन होगा। विषय है- ‘#मीटू इन द न्यूजरूम : व्हाट एडिटर्स कैन एंड शुड डू’।

इस पैनल में न्यूजरूम की नायक रहीं चार महिला संपादक होंगी : द न्यूज मिनट की सह-संस्थापक एवं प्रधान संपादक धन्या राजेंद्रन, मुंबई मिरर की संपादक मीनल बघेल, द क्विंट की सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऋतु कपूर और बीबीसी वर्ल्ड सर्विस में भारतीय भाषाओं की प्रमुख रूपा झा। इस चर्चा का संचालन करेंगी द इंडियन एक्सप्रेस की डिप्टी एडिटर सीमा चिश्ती। इस चर्चा के बाद उपस्थित दर्शकों के लिए सवाल जवाब का सत्र होगा।

द एक्सप्रेस ग्रुप ने अपने संस्थापक रामनाथ गोयनका के शतवर्ष समारोह के सिलसिले में 2005 में रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवॉर्ड्स की स्थापना की थी। इन पुरस्कारों का उद्देश्य पत्रकारिता में उत्कृष्टता का जश्न मनाने, साहस एवं समर्पण को पहचान देने और देश भर से उत्कृष्ट योगदान देने वाले पत्रकारों को सामने लाना है।

भारतीय मीडिया जगत में बेहद प्रतिष्ठित यह सालाना आयोजन पत्रकारिता के उच्च मानकों की एक स्वीकृति है। कई बार आर्थिक एवं राजनीतिक दबाव के बावजूद वर्षों से विजेताओं ने ऐसे काम किए हैं, जिससे मीडिया में जनता का भरोसा पैदा हुआ एवं बना रहा और लोगों के जीवन पर असर भी पड़ा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, लोकसभा की अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील और भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश पी सदाशिवम इससे पहले के पुरस्कार संस्करणों में मुख्य अतिथि रह चुके हैं।