प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगामी गुरुवार से पांच दिवसीय ब्रिटेन दौरा शुरू हो रहा है। उनकी इस यात्रा का मुख्य जोर व्यापार और निवेश को गति देने, रक्षा, सुरक्षा एवं ऊर्जा क्षेत्र में संबंधों को मजबूती प्रदान करने के अलावा आतंकवाद व चरमपंथ का मुकाबला करने में सहयोग पर होगा। इस यात्रा से पहले मोदी ने विश्वास प्रकट किया कि उनके इस दौरे से विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध प्रगाढ़ बनेंगे व मुख्य ध्यान आर्थिक एवं रक्षा सहयोग को विस्तार देने पर होगा।
मोदी बकिंघम पैलेस में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ दोपहर का भोज करेंगे व ब्रिटिश संसद को संबोधित करेंगे। वे वेम्बले स्टेडियम में भारतीय मूल को भी संबोधित करेंगे जहां करीब 60 हजार लोगों के एकत्र होने की संभावना है। प्रधानमंत्री अपने ब्रिटिश समकक्ष डेविड कैमरन के साथ विस्तृत बातचीत करेंगे। दोनों पक्ष ‘परिणाम दस्तावेज’ जारी करने के साथ ही कई समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। इसके अलावा रक्षा एवं सुरक्षा तथा ऊर्जा क्षेत्र में साझेदारी पर अलग बयान जारी किए जाने की संभावना है।
मोदी ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा- मेरी यात्रा का लक्ष्य उस पारंपरिक मित्र के साथ सहयोग को मजबूत करना है जो न सिर्फ भारत का बड़ा आर्थिक साझीदार है बल्कि विश्व की एक प्रमुख आर्थिक शक्ति भी है। भारत और ब्रिटेन दो जीवंत लोकतंत्र हैं जो अपनी विविधता और बहुसांस्कृतिक समाज पर गर्व करते हैं।