कांग्रेस की अगुआई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन-एक और दो के कार्यकाल में देश ने सबसे ऊंची दशक की आर्थिक वृद्धि दर्ज की। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर तंज कसते हुए रविवार को कहा कि तीन-तीन वित्त मंत्री अर्थव्यवस्था को संभाल रहे हैं। जिनमें एक वास्तविक रूप से, एक औपचारिक और एक अदृश्य रूप से वित्त मंत्री हैं। चिदंबरम ने सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से जारी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के वृद्धि दर के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि यूपीए एक सरकार के दौरान औसत वृद्धि दर 8.87 फीसद थी। इस दौरान 2006-07 में 10.08 फीसद की दो अंकीय वृद्धि भी दर्ज की गई। यूपीए दो के दौरान औसत वृद्धि दर 7.39 फीसद रही। इस दावे पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि ये आंकड़े आधिकारिक नहीं हैं और सरकार ने अभी तक इन्हें स्वीकार नहीं किया है।
पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जब कोई सफलता हासिल नहीं कर पाती है तो वह अपनी विफलता का ही जश्न मनाना शुरू कर देती है। यूपीए के कार्यकाल में मुद्रास्फीति बढ़ रही थी और वे चालू खाते के घाटे पर अंकुश नहीं लगा पाए थे। वहीं नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत दुनिया की छह सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो चुका है। पात्रा ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत पांच कमजोर अर्थव्यवस्थाओं की श्रेणी से निकल कर निवेश के सबसे शानदार गंतव्यों में शामिल हो गया है।
वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता चिदंबरम ने कहा कि यूपीए एक और यूपीए दो ने (संसाधनों के मूल्य पर) आजादी के बाद किसी एक दशक की सबसे ऊंची 8.13 फीसद की वृद्धि दर्ज की है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इस दौरान 14 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया। राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग द्वारा गठित वास्तविक क्षेत्र सांख्यिकी पर समिति द्वारा तैयार पुरानी शृंखला के जीडीपी आंकड़ों को सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की वेबसाइट पर शुक्रवार को डाला गया है। मौजूदा सरकार पर हमला बोलते हुए चिदंबरम ने कहा कि इस सरकार को विरासत में ऐसी अर्थव्यवस्था मिली थी जो तेजी से आगे बढ़ रही थी। दुर्भाग्य से शुरू के दो साल बाद ही सरकार लड़खड़ाने लगी और रफ्तार थमने लगी। इसकी मुख्य वजह नोटबंदी, गलत तरीके से जीएसटी का क्रियान्वयन और कर आतंकवाद है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बराबरी और सामाजिक न्याय के साथ उच्च वृद्धि दर की हिमायती है। मोदी सरकार के दौर में ये तीनों बातें प्रभावित हुई हैं।