500 और 1000 के पुराने नोटों पर बैन करने के सरकार के फैसले पर बॉलीवुड से तो सराहना मिली ही है। साथ ही बैंकर्स और उद्योग जगह में भी मोदी के फैसले की प्रशंसा कर रहे हैं। लिहाजा अब इस फैसले बीजेपी नीतियों के विरोध में बोलने वाले नेताओं की भी मिली जुली प्रतिक्रियाएं सुनने को मिल रही हैं। इस फैसले को लेकर जहां कुछ लोगों ने पीएम मोदी का समर्थन किया है तो वहीं कुछ ने उनका विरोध किया है। समर्थन करने वालों में बिहार के सीएम नीतीश कुमार हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने काले धन के खिलाफ मोदी सरकार के इस बड़े कदम की तारीफ की है। एएनआई एजंसी के मुताबिक नीतीश ने कहा, ‘हम मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने की इस पहल की प्रशंसा करते हैं।’
Initially people will face some problem but this will be helpful for our economy in long run: Bihar CM Nitish Kumar pic.twitter.com/5XpC4VPClW
— ANI (@ANI) November 9, 2016
हालांकि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सरकार के इस फैसले को निर्मम और दुखदायी करार दिया। ममता बनर्जी ने केंद्र के फैसले को ‘निर्मम और बिना सोच समझकर’ लिया गया बताया है। ममता ने कहा कि इससे वित्तीय परेशानियां होंगी। ममता ने इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
I want to know from PM how my poorest brothers sisters,who've recd their week's hard earned wage in one 500 re note will buy ata,chal, tomo?
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) November 8, 2016
Heartless and ill- conceived blow on the common people and the middle class in the fake name of anti-corruption
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) November 8, 2016
WITHDRAW THIS DRACONIAN DECISION
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) November 8, 2016
वहीं केरल की एलडीएफ सरकार ने भी सरकार के आकस्मिक ऐलान की आलोचना करते हुए कहा कि इस कदम से देश से काला धन खत्म नहीं होगा। केरल के वित्त मंत्री टी एम थोमस इसाक ने कहा कि 1000 और 500 के नोटों को बंद करने से काला धन खत्म नहीं होगा।
जबकि सीएम अखिलेश यादव ने किसानों और ग्राणाओं लोगों को ध्यान में रखते हुए नोट बैन के बाद केंद्र सरकार ने करंसी को बदलने के लिए स्पेशल शिविर लगाने की मांग की है।

