दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं और उनक कुछ “गुंडों” ने एक निर्माणाधीन स्कूल की इमारत में तोड़फोड़ की। घटना के वक्त वे लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ स्कूलों का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। कहा कि दोनों लोग उत्तर पूर्वी दिल्ली के बाबरपुर, करावल नगर, रोहतास नगर और गोकलपुर इलाके के स्कूलों का दौरा करने गए थे।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट में लिखा, “आज, रोहतास नगर में एक स्कूल के निर्माण के विरोध में भाजपा नेताओं और गुंडों ने इमारत में तोड़फोड़ की। उन्होंने मेरी सरकारी कार को टक्कर मार दी, स्कूल का गेट तोड़ दिया और महिला शिक्षकों, इंजीनियरों और निर्माण श्रमिकों के साथ दुर्व्यवहार किया। बीजेपी कार्यकर्ता स्कूलों और शिक्षा के निर्माण के खिलाफ क्यों हैं?” मामले में डीसीपी (शाहदरा) आर साथिया सुंदरम ने हालांकि किसी तरह की हिंसा से इंकार किया है। कहा, “वे विरोध कर रहे थे और काले झंडे दिखा रहे थे, लेकिन कोई हिंसा नहीं हुई। हमने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।”
इस बीच दिल्ली भाजपा मीडिया विभाग के प्रमुख नवीन कुमार ने दावा किया कि प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ता नहीं बल्कि शिक्षक थे, जिन्हें उनकी नौकरी से हटा दिया गया था। उन्होंने कहा, “हजारों शिक्षकों को उनकी नौकरी से हटा दिया गया है, अब वे (आप) कह रहे हैं कि वे भाजपा कार्यकर्ता हैं। यह दुखद है कि महामारी के दौरान शिक्षकों को बिना नौकरी के छोड़ दिया गया है और अब जब वे विरोध कर रहे हैं तो उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है।”
सिसोदिया और जैन पिछले एक सप्ताह से शहर भर में निर्माणाधीन स्कूल भवनों की प्रगति की जांच करने के लिए दौरा कर रहे हैं। मंगलवार को दोनों को उत्तर पूर्वी दिल्ली के बाबरपुर, करावल नगर, रोहतास नगर और गोकलपुर इलाके के स्कूलों का दौरा करना था।
दिल्ली के गृह एवं लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी घटना के संबंध में ट्वीट किया, “भाजपा हमें रोकने के लिए चाहे कितने भी हाथ-पैर मार ले, लेकिन हम रुकने वाले नहीं। भाजपा ऐसे चाहे हज़ार हमले करवा ले, हमें डरा नहीं सकती। हमने दिल्ली के लोगों की सेवा करने की कसम खाई है और इससे हमें कोई रोक नहीं सकता।”