सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज (12 जनवरी) माना कि चीन ताकतवर देश होगा, लेकिन भारत भी कमजोर राष्ट्र नहीं है और हिन्दुस्तान किसी को भी अपने क्षेत्र में घुसपैठ की अनुमति नहीं देगा। रावत ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत अपना ध्यान उत्तरी सीमा की ओर केंद्रित करे। उन्होंने यह भी कहा कि देश चीन की आक्रामकता से निपटने में भी सक्षम है। रावत ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘चीन एक शक्तिशाली देश है लेकिन हम कमजोर देश नहीं हैं।’ उन्होंने भारत में चीनी घुसपैठ से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘हम किसी को भी हमारे क्षेत्र में घुसपैठ की अनुमति नहीं देंगे।’’ रावत ने कहा कि हां यह सच है कि चीन सीमा पर दबाव डाल रहा है, लेकिन हम इसका मुकाबला कर रहे हैं। आर्मी चीफ ने कहा, ‘हमें कोशिश करनी चाहिए कि चीन के साथ टेंशन ना बढ़े, हमलोग अपनी जमीन पर घुसपैठ नहीं होने देंगे, यदि ऐसे हालात पैदा होते हैं तो आगे की कार्रवाई के लिए सेना को स्पष्ट निर्देश है।’
Yes, China is exerting pressure. We are dealing with it. Yes we should try that it is not escalated. We will not allow our territory to intruded. Troops are earmarked, should a situation arise our troops are ready to cater: Chief of Army Staff General Bipin Rawat in Delhi pic.twitter.com/Heuw6N7QVK
— ANI (@ANI) January 12, 2018
रावत ने आतंकवाद से निपटने को लेकर पाकिस्तान को दी गई अमेरिका की चेतावनियों के बारे में कहा कि भारत को इंतजार करना होगा और इसका असर देखना होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी केवल इस्तेमाल करके फेंकने की चीज हैं और भारतीय सेना का नजरिया यह सुनिश्चित करना रहा है कि उसे दर्द का एहसास हो। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ रोकी गई मदद के बाद भारत को यह नहीं समझ लेना चाहिए कि जब आतंकवाद से लड़ने का मसला आएगा तो भारत का काम अमेरिका कर देगा। उन्होंने कहा, ‘यह कहना जल्दबाजी होगी कि सारी चीजें ठीक से चल रही हैं, हमें ये उम्मीद नहीं करना चाहिए हमारा काम अब अमेरिका करने लगेगा।’