महिलाआें की सुरक्षा को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करने वाली दिल्ली पुलिस की लापरवाही ने एक युवती की जान ले ली। प्रेमी के घर-बार छोड़ने के दबाव और बाद में प्रताड़ना से तंग आकर बीकॉम की इस पीड़ित छात्रा ने खुदकुशी कर ली। खुदकुशी से पहले लिखे पत्र में उसने पूरी घटना का ब्योरा दिया है। आरोप है कि उसने प्रेमी की शिकायत पुलिस से भी कई बार की पर उसे कभी भी गंभीरता से नहीं लिया गया। अब पुलिस उपायुक्त जतिन नरवाल का कहना है कि इस सबंध में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। पुलिस की लापरवाही की भी जांच की जा रही है। आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम पटना रवाना कर दी गई है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक 21 साल की रीता (बदला हुआ नाम) परिवार के साथ तीन साल पहले माडल टाउन इलाके में रहती थी। जया स्कूल आॅफ ओपन लर्निंग से बीकॉम की पढ़ाई कर रही थी। रीता के घर के पड़ोस में ही पटना के रहने वाले श्यामवीर (बदला हुआ नाम) किराए के मकान में पढ़ाई कर रहा था। इसी दौरान रीता की दोस्ती श्याम से हुई और धीरे-धीरे दोनों में प्रेम संबंध हो गया। आरोप है कि श्याम ने शादी का वादा कर छात्रा के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए। श्याम ने अंतरंग संबंधों का एमएमएस भी बना लिया। रीता जब शादी करने की बात कही तो युवक दिल्ली छोड़कर पटना चला गया। पटना से वह एसएमएस कर रीता को धमकी देता रहा और उसकी बातें नहीं मानने पर एमएमएस लीक करने की बात कहता। आरोप है कि युवक ने उसे जान से मारने की धमकी दी तो तंग होकर उसने युवक के खिलाफ माडल टाउन थाने में शिकायत कर दी। पर पुलिस उसकी शिकायत पर गौर नहीं किया। इस बीच परेशान रीता ने 8 अप्रैल को अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी।