मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने दिल्ली से दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों सत्येंद्र जैन के करीबी बताए जा रहे हैं। खुद सत्येंद्र जैन फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
मिली जानकारी के अनुसार आप नेता सत्येंद्र जैन के करीबी सहयोगी वैभव जैन और अंकुश जैन को एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। इससे पहले, आम आदमी पार्टी के नेता ने ईडी की पूछताछ के दौरान कहा था कि कोरोना होने के कारण उनकी याददाश्त कमजोर हो गई है।
जैन की गिरफ्तारी के बाद एजेंसी ने उनके परिवार और सहयोगियों के घरों पर छापा भी मारा था। जिसमें 2.85 करोड़ रुपये नकद और 133 सोने के सिक्के जब्त करने का दावा किया गया था। ईडी ने अंकुश जैन और वैभव जैन, सत्येंद्र जैन की पत्नी पूनम जैन, नवीन जैन और सिद्धार्थ जैन, जीएस मथारू और योगेश के यहां छापा मारा था। ईडी ने अप्रैल में सत्येंद्र जैन के परिवार और उनकी कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी।
ईडी ने 30 मई को सत्येंद्र जैन को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था। संघीय एजेंसी ने आरोप लगाया है कि सत्येंद्र जैन 2015-16 में कोलकाता स्थित एक फर्म के साथ हवाला लेनदेन में शामिल थे।
आय से अधिक संपत्ति (डीए) के कथित कब्जे के आरोप में अगस्त 2017 में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर वित्तीय जांच एजेंसी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है। पिछले सोमवार को एक विशेष अदालत ने सत्येंद्र जैन की न्यायिक हिरासत दो सप्ताह के लिए बढ़ा दी थी। आप नेता का ऑक्सीजन स्तर गिर जाने के बाद फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती हैं।
बता दें कि जैन पर आरोप है कि वो और उनके परिवार ने 2011-12 में 11.78 करोड़ रुपये और 2015-16 में 4.63 करोड़ रुपये के हेरफेर के लिए चार शेल कंपनियों की स्थापना की थी। आयकर विभाग ने भी इन लेन-देन की जांच की थी और जैन से कथित रूप से जुड़ी “बेनामी संपत्ति” को कुर्क करने का आदेश जारी किया था।