पुलिसिया रौब दिखाकर हथियार की नोंक पर एक रेलवेकर्मी की नौकरानी के साथ बलात्कार के आरोपी दिल्ली पुलिस के एएसआइ जयवीर सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है। पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने शनिवार को दिन में पत्रकारों को बताया था कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब वह न्यायिक हिरासत में है। उन्होंने कहा था कि हम भारतीय संविधान के अनुच्छेद 311 (2)(बी) के तहत उसकी बर्खास्तगी की संभावना की जांच कर रहे हैं। देर शाम उनकी बर्खास्तगी पर मुहर लगा दी गई।

बस्सी ने सुबह संवाददाताओं से कहा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले में जल्द से जल्द आरोपपत्र दायर किया जाए और वह दोषी ठहराया जाए। जहां तक विभागीय बातों का सवाल है तो हम विभागीय जांच का इंतजार नहीं करेंगे। अनुच्छेद 311 (2) (बी) के तहत उसकी बर्खास्तगी की प्रक्रिया जारी है। इस धारा के तहत किसी पुलिसकर्मी को सीधा बर्खास्त किया जा सकता है।

बस्सी ने कहा कि कानून के उल्लंघन में शामिल किसी भी पुलिस अफसर को बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए हमें किसी के कहने की जरूरत नहीं है। यह हमारी प्रतिबद्धता है कि हम कानून तोड़ने वाले किसी भी पुलिस अधिकारी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने को प्रतिबद्ध हैं। बस्सी ने कहा कि खासतौर पर, वैसा व्यक्ति जो महिलाओं के खिलाफ हिंसा या आपराधिक कृत्य में शामिल है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी की जा चुकी है।

बताते चलें कि पंजाबी बाग थाने में तैनात सहायक उपनिरीक्षक (एएसआइ) जयवीर सिंह पर गुरुवार रात अपने एक जानकार के घर शराब के नशे में कथित तौर पर उसकी नौकरानी से बलात्कार करने का आरोप है। इस मामले में एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया जिसमें उसे बंदूक लिए पाया गया है। पीड़िता ने शुक्रवार को पुलिस से संपर्क किया जिसके बाद एएसआइ को गिरफ्तार कर लिया गया।

चिकित्सा जांच में महिला के साथ बलात्कार की पुष्टि हो गई है। आरोपी के खिलाफ रानीबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। जयवीर को शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

बताया जाता है कि उक्त एएसआइ घर के मालिक अरुण कुमार से एक मामले में उगाही करता था। इससे तंग आकर ही उसने घर में सीसीटीवी लगाया था जिसके फुटेज की वजह से जयवीर पकड़ा गया।

पुलिस आयुक्त बस्सी ने शनिवार सुबह पत्रकारों को बर्खास्तगी की औपचारिकता के बारे में जानकारी दी। देर शाम पुलिस प्रवक्ता राजन भगत ने कहा कि उसे बर्खास्त कर दिया गया है।

उधर, गुरुवार रात ही नंदनगरी थाने में तैनात कांस्टेबल लोकेश को लूटपाट करते हुए रंग हाथ पकड़े जाने के बाद उस पर भी बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है। लोकेश को पहाड़गंज इलाके में स्थानीय लोगों ने अशोक अग्रवाल नाम के एक व्यापारी से लूटपाट करते हुए रंग हाथ पकड़ा था। जिस मोटरसाइकिल से वह अपने भाई और एक साथी के साथ लूटपाट करने आया था, उसकी डिक्की में पुलिस की टोपी और कुछ सरकारी फाइलें भी मिली थीं।