दिल्ली में काम करने वाली एक नाबालिग नौकरानी की कथित तौर पर उस महिला ने ही हत्या कर दी जिसके घर में वह काम करती थी। आरोप है कि हत्या इसलिए की गई क्योंकि नौकरानी ने त्योहार के कारण अपने बकाया वेतन की मांग की थी। ये मामला तब प्रकाश में आया जब जांच कर रही पुलिस टीम को नाबालिग नौकरानी का सिर, धड़ और कटे हुए अंग मिले। बाद में शव की पहचान 16 साल की लड़की के तौर पर हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना 4 मई को हुई थी। शुक्रवार (19 अक्टूबर) को, जांचकर्ता पुलिस ने 38 वर्षीय आरोपी महिला को नाबालिग लड़की की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा पुलिस के द्वारा चलाए गए सर्च आॅपरेशन के बाद हुआ। पुलिस ने नौकरानी के शव के कई टुकड़े बाहरी दिल्ली के एक नाले से बरामद किए थे। बाद में आरोपी की पहचान गौरी के तौर पर हुई थी। पुलिस ने उसे नौकरानी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, गौरी के अलावा इस हत्याकांड में दो अन्य आरोपी शेरू और राकेश भी शामिल थे। ये दोनों अभी तक फरार हैं। दोनों आरोपियों की तलाश में नाकाम रहने के बाद दिल्ली पुलिस ने दोनों फरार आरोपियों पर 50,000 रुपये का ईनाम घोषित किया है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने दोनों आरोपियों के पोस्टर जारी करके ईनाम घोषित कर दिया है।
दिल्ली के इस निर्मम हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि आरोपी गौरी पश्चिम बंगाल की रहने वाली है। बाद में उसने हरियाणा के रहने वाले करतार सिंह से शादी कर ली। शादी के बाद गौरी रहने के लिए जींद चली गई। इस मामले पर दिल्ली पुलिस के डिप्टी कमिश्नर संजीव कुमार यादव ने कहा जब जांच के दौरान गौरी की भूमिका सामने आई तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, गौरी एक प्लेसमेंट एजेंसी चलाती है। इस एजेंसी के जरिए वह झारखंड से नाबालिग लड़कियों को भर्ती करती है। लड़कियों को यहां लाने के बाद गौरी एक साल तक उनका वेतन उन्हें नहीं देती है। बाद में, जब नाबालिग लड़की ने इसका विरोध किया तो गौरी ने उसकी हत्या कर दी।
