लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मंगलवार को कहा कि केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच संबंध किसी ‘संयुक्त परिवार’ में एक ‘पुत्रवधु’ जैसा है, जहां उसे एक ‘विशेष जिम्मेदारी’ उठानी पड़ती है और ‘कई बार परेशानी भी उठानी पड़ती है।’
सुमित्रा ने दिल्ली विधानसभा में विधायकों के लिए दो दिवसीय ‘ओरिएंटेशन प्रोग्राम’ को संबोधित करते हुए कहा, ‘राज्य और केंद्र के संबंध को लेकर आप लोगों (विधायकों) पर बड़ी जिम्मेदारियां हैं…हम कहते हैं कि वे संघीय राज्य हैं और प्रत्येक के अपने अधिकार हैं लेकिन कई बार मैं महसूस करती हूं कि सभी अन्य विधानसभाएं पुत्रवधुएं हैं, जो अपनी ससुराल से दूर रहती हैं, इसलिए स्वतंत्र हैं।’
उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में विशेष परिस्थिति है, जहां मैं स्वीकार करती हूं कि एक को कई बार परेशानी भी उठानी पड़ती है, यह एक संयुक्त परिवार जैसा है जहां सभी एक साथ रहते हैं और उसके बाद पुत्रवधु (दिल्ली सरकार) पर विशेष जिम्मेदारी आती है लेकिन दिल्ली के लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए हमें इसका प्रबंधन करना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘कई बार अन्य को जिम्मेदार ठहराना कोई हल नहीं है। हमें किस तरह से अपना काम सफलतापूर्वक करना चाहिए, हमें कितना करना चाहिए, हमें उतना ही बोलना चाहिए।’