Covid-19: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (10 जून, 2020) को एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि आने वाले समय में राष्ट्रीय राजधानी में बहुत तेजी से कोरोना वायरस फैलने वाला है। इसके लिए उन्होंने मंगलवार को हुई एसडीएमए की मीटिंग का हवाला दिया। मीटिंग की अध्यक्षता उप राज्यपाल ने की और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित कई अन्य मंत्री भी इसमें शामिल हुए। कोरोना संदिग्ध होने के चलते केजरीवाल मीटिंग में शामिल नहीं हो सके थे, हालांकि बाद में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई।

बकौल केजरीवाल मीटिंग में सरकार द्वारा जो आंकड़े प्रस्तुत किए गए, उनसे पता चलता है कि आने वाले समय में दिल्ली में कोरोना बहुत तेजी से फैलेगा। केजरीवाल ने कहा कि अनुमान है कि 15 जून को दिल्ली में 44 हजार केस हो जाएंगे। बुधवार तक राजधानी में सक्रमितों की संख्या 31,000 के करीब है। उन्होंने कहा कि 30 जून तक दिल्ली में एक लाख केस हो जाएंगे। इसी तरह 15 जुलाई तक 2.15 लाख संक्रमित हो जाएंगे और 31 जुलाई तक राजधानी में संक्रमितों की संख्या 5.32 लाख हो सकती है।

केजरीवाल ने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक 15 जून तक दिल्ली में 6,681 कोरोना बिस्तरों की जरुरत पड़ेगी। 30 जून तक 15 हजार बिस्तरों की जरुरत पड़ेगी। 15 जुलाई तक 33 हजार बिस्तरों की जरुरत होगी और 31 जुलाई तक 80,000 बिस्तरों की जरुरत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमारे सामने आगे एक बड़ी चुनौती है। हमें एक साथ मिलकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ना होगा।’

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एलजी द्वारा दिल्ली की जनता के लिए हॉस्पिटल आरक्षित करने के आप सरकार के फैसले को रद्द करने पर केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार उपराज्यपाल के आदेश को लागू करेगी। इस बीच उन्होंने लोगों से अपील की कि वह कोविड-19 के खिलाफ एक बड़े आंदोलन की तरह लड़ें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सरकार सभी को इलाज देने की व्यवस्था करने का प्रयास करेगी।

केजरीवाल ने कहा, ‘यह राजनीति करने का समय नहीं है। हमें एक साथ मिलकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ना होगा।’ उन्होंने कहा कि अब तक दिल्ली में 31,000 मामले सामने आए हैं और इनमें से 18,000 लोगों का उपचार चल रहा है। 900 के करीब लोगों की मौत हो चुकी है। एक्टिव केस में से 15,000 लोग होम आइसोलेशन में अपना इलाज करा रहे हैं।