देश के केंद्रीय पुस्तकालयों में जल्दी ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध में और किताबें उपलब्ध करायी जाएंगी। भारत के आधुनिक नेताओं को पुस्तकालयों में और जगह देने की सरकारी योजना के तहत यह कदम उठाया जाएगा।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने बताया कि वीर सावरकर, सुभाष चन्द्र बोस और मौलाना आजाद के संबंध में भी पुस्तकें देश के केंद्रीय पुस्तकालयों को उपलब्ध करायी जाएंगी। उन्होंने कहा, ‘‘क्या नरेंद्र मोदी आधुनिक भारत का हिस्सा नहीं हैं? उनके बारे में लिखी किताबें केंद्रीय पुस्तकालयों का हिस्सा क्यों नहीं होनी चाहिए? …और किताबें होंगी (मोदी के बारे में)।’’
राष्ट्रीय नेताओं वीर सावरकर, सुभाष चन्द्र बोस और मौलाना आजाद पर लिखी किताबें भी इसमें शामिल होंगी। यह पूछने पर भी भाजपा ने चुनाव विकास के मुद्दे पर जीता था, लेकिन अब केन्द्र का ध्यान भगवाकरण पर है, केंद्रीय मंत्री ने इस कदम का बचाव करते हुए कहा कि देश के 125 करोड़ लोगों ने भाजपा को सरकार अपने हिसाब से चलाने के लिए वोट दिया है।
शर्मा ने कहा, ‘‘मैं भगवाकरण नहीं कहता हूं। जनादेश भाजपा-नेतृत्व वाली सरकार के लिए है। यदि सरकार के कदमों और कार्यों को भगवाकरण कहा जाता है तो, मैं इसे स्वीकार करने से मना नहीं करूंगा। इसलिए क्योंकि इस देश की 125 करोड़ जनता ने जनादेश दिया है कि सरकार अपने अनुसार चलाएं।’’