भाजपा ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली के दलित बहुल इलाकों में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी अपने दलित एवं पिछड़े वर्ग के नेताओं की इन इलाकों में सभाएं आयोजित कर रही है तथा सदस्यता अभियान में इन्हीं क्षेत्रों पर जोर लगा रही हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में सत्तासीन होने का प्रयास कर रही भाजपा के दलित इलाकों पर ज्यादा जोर लगाने की वजह पिछले साल के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) का सुरक्षित सीटों पर शानदार प्रदर्शन है। बीते चुनाव में आप ने दिल्ली की 12 सुरक्षित विधानसभा सीटों में से नौ पर जीत दर्ज की थी।
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुष्यंत कुमार गौतम ने आज ‘भाषा’ से कहा, ‘‘हमारी पूरी कोशिश है कि दलित समाज में अपनी मौजूदगी को बढ़ाया जाए। इसी प्रयास के तहत हम दिल्ली के दलित बहुल इलाकों में हम अधिक सभाएं आयोजित कर रहे हैं तथा अपने सदस्यता अभियान में भी इन इलाकों पर जोर दे रहे हैं। हम अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विकास कार्यों को लेकर लोगों बीच जा रहे हैं। दलित समाज भी मोदी जी के साथ हो चुका है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस और आप दोनों ने दलितों को वोटबैंक के तौर पर इस्तेमाल किया। पहले कांग्रेस ने लोलुभावन बातें करके दलितों को अपने पक्ष में किया और फिर आप ने झाड़ू चुनाव निशान दिखाकर इस समाज को ठगा। अब दलित समाज के लोग इन पार्टियों को अच्छी तरह समझ चुके हैं। इसीलिए उनका रूझान भाजपा की ओर हो रहा है।’’
पार्टी दिल्ली के दलित बहुल इलाकों में इस समाज से ताल्लुक रखने वाले अपने कई नेताओं की रैलियां आयोजित कर रही है। इनमें केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, रामशंकर कठेरिया, विजय सांपला, उदित राज और दुष्यंत गौतम शामिल हैं।