फर्जी डिग्री मामले में जमानत मिलने के एक दिन बाद दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर ने आज कहा कि उनकी गिरफ्तारी और दो महीने तक सलाखों के पीछे रहने के पीछे की राजनीतिक साजिश के बारे में कहने के लिए उनके पास काफी कुछ है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा उनकी सार्वजनिक भर्त्सना किए जाने पर उन्होंने यह कहते हुए सुलह का रुख अपनाया कि इस मुद्दे पर शायद वह मीडिया की खबरों के झांसे में आ गए हों।त्रिनगर के विधायक ने मीडिया पर कड़ा हमला करते हुए कहा कि पुलिस ने उनके विरूद्ध जो भी नकारात्मक खबरें दीं, प्रेस ने उन्हें लपककर लिया।
उन्होंने कहा कि अब मेरे पास कहने को काफी कुछ है और मैं निश्चित ही ऐसा करूंगा। लोगों पर पुलिस ने मेरे बारे में नकारात्मक खबरों की बारिश की और अब उन्हें मेरे विरूद्ध भाजपा द्वारा रची गयी साजिश को जानने की जरूरत है। तोमर को कल अदालत ने कई शर्तों के साथ जमानत दे दी। वह अदालत की अनुमति के बगैर दिल्ली के बाहर नहीं जा सकते और जब भी जरूरत होगी, वह जांच में सहयोग करेंगे। उन्हें नौ जून को गिरफ्तार किया गया था।पूर्व कानून मंत्री ने कहा कि केजरीवाल मेरे नेता और मेरे मुख्यमंत्री हैं। मैं पार्टी में हूं और पार्टी जो भी तय करेगी, उसका मैं पालन करूंगा।
तोमर की कथित फर्जी डिग्री के संबंध में खुलासे से नाराज आम आदमी पार्टी (आप) ने यह मुद्दा पार्टी के आतंरिक लोकपाल के पास भेज दिया था जिसे इस मुद्दे पर अभी निर्णय लेना बाकी है। तोमर ने कहा कि मैं कभी गलत नहीं था। पुलिस को मेरे खिलाफ राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। सभी बड़े आईपीएस अधिकारी मेरे पीछे लगा दिए गए।
यदि मुझे मौका मिला तो मैं पार्टी के लोकपाल को अवश्य ही जवाब दूंगा। उन्हें दिल्ली पुलिस ने बार काउंसिल ऑफ दिल्ली की इस शिकायत पर गिरफ्तार किया था कि उनके पास बिहार के एक कॉलेज से फर्जी डिग्री है। उन्हें आठ जून को पुलिस ने धोखाधड़ी, जालसाजी, फर्जी दस्तावेज को असली की तरह पेश करना, धोखा देने के इरादे से जालसाजी तथा आपराधिक साजिश के कथित अपराधों को लेकर गिरफ्तार किया था।