उत्तराखंड विधानसभा के शक्ति परीक्षण में कांग्रेस की विजय नजर आने के बीच भाजपा ने आरोप लगाया कि हरीश रावत ने बहुमत ‘खरीदने’ का प्रयास किया। पार्टी ने दावा किया कि जनता चुनावों में उन्हें सबक सिखाएगी। भाजपा ने हालिया स्टिंग ऑपरेशन का हवाला देते हुए रावत पर विधायकों को ‘रिश्वत’ देने का आरोप लगाया और मंगलवार (10 मई) को एक कांग्रेसी विधायक के भाजपा में आने का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में जो कुछ हुआ वह कांग्रेस के भीतर के संकट के कारण हुआ।

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने शक्ति परीक्षण के बाद कहा, कांग्रेस विधायकों के बहुमत के बिना सरकार चलाना चाहती थी। नौ बागियों सहित दस विधायकों ने इसे छोड़ दिया। रावत ने राज्य संसाधनों की लूट का प्रयोग विधायकों को रिश्वत देने में किया। उन्हें जनता का भरोसा हासिल नहीं होगा। जनता विधानसभा चुनावों में उन्हें सबक सिखाएगी।

तिरुवनंतपुरम : उत्तराखंड विधानसभा में शक्ति परीक्षण के कुछ घंटे बाद ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यहां कहा कि भाजपा ‘सहयोग’ करेगी और इस घटना को वे पार्टी के लिए झटका नहीं मानते। गडकरी ने यहां ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में सवालों का जवाब देते हुए कहा, लोकतंत्र में हमें इसे स्वीकार करना पड़ता है। यह सदन में होता है…सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के मुताबिक उत्तराखंड में विधानसभा की बैठक हुई और कांग्रेस को बहुमत मिला इसलिए हम सहयोग करेंगे। गडकरी ने कहा कि वे नहीं मानते कि यह घटना पार्टी के लिए झटका है। बहरहाल उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की समस्या कांग्रेस की अंदरूनी समस्या का परिणाम है। आप भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कैसे इसके लिए जिम्मेदार ठहरा सकते हैं।