आर्यन खान ड्रग्स मामले पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि छह ग्राम ड्रग्स पाए जाने पर बवाल मचा हुआ है, जबकि हजारों करोड़ के ड्रग्स का मुद्दा गायब हो गया है। इस दौरान टिकैत ने अडानी के पोर्ट को बंद किए जाने की भी मांग की।
तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के नेता राकेश टिकैत ने आर्यन खान मामले पर, शाहरुख के सपोर्ट में उतरते हुए बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा- “21 हजार करोड़ का ड्रग्स है, उसका पता नहीं चला कि उसका मालिक कौन था? 21 हजार करोड़ का ड्रग्स भारत में वो ला सकता है, जो भारत में नंबर एक, नंबर दो और नंबर तीन होंगे। जो अमीर लोग होंगे। वो ड्रग्स पर इतना पैसा खर्च कर सकता है”।
उन्होंने कहा कि अडानी के पोर्ट से मिली है, तो उसको पकड़ना चाहिए। दबाओगे क्या मुद्दे को? कहां गए वे ड्रग्स? आगे उन्होंने कहा कि छह ग्राम मिली तो उसपर हंगामा हो गया। 21 हजार करोड़ रुपये का ड्रग्स पकड़ा गया, उसका पता नहीं चल रहा। पोर्ट को बंद करना चाहिए, उसकी तलाशी लेनी चाहिए। कहां से मिली, उसकी जांच होनी चाहिए। किसकी हो सकती है, उसकी जांच होनी चाहिए।
बता दें कि टिकैत उस ड्रग्स की खेप की बात कर रहे थे, जो मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ा गया था। गुजरात के इस बंदरगाह से 2,988 किलो हेरोइन बरामद किया गया था। मुंद्रा पोर्ट का संचालन अडाणी समूह करता है। इस मामले पर अडानी समूह ने अपने बयान में कहा था कि हेरोइन के कंटेनर मुंद्रा बंदरगाह पर डीपी वर्ल्ड टर्मिनल पर पहुंचे थे। देश भर में कोई भी पोर्ट ऑपरेटर कंटेनर की जांच नहीं कर सकता है। उनकी भूमिका बंदरगाह चलाने तक सीमित है। सीमित अधिकारों के चलते संचालकों के हाथ बंधे होते हैं।
वहीं आर्यन खान ड्रग्स केस मामले में अब एनसीबी भी सवालों के घेरे में आ गई है। इस केस के मुख्य जांच अधिकारी और एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगे हैं। आर्यन अभी भी जेल में है और जमानत मिलने का इंतजार कर रहे हैं।