दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हुई हिंसा के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने केजरीवाल पर ठीकरा फोड़कर कहा कि अपना सूबा संभलता नहीं पर वो पंजाब की मीटिंग लेने लग जाते हैं। फेडरल सिस्टम को खराब कर रहे हैं। हिंसा के बारे में सवाल करेंगे तो दूसरों को जिम्मेदार ठहराने लग जाएंगे। हालांकि सोशल मीडिया पर उन्हें करारा जवाब मिला। यूजर्स ने पूछा कि दिल्ली पुलिस किसके अंडर में है, पहले यो बताओ।

नदीम राम अली के हैंडल से ट्वीट किया गया कि अनुराग ठाकुर दिल्ली दंगो का मास्टर माइंड था। दिल्ली पुलिस भाजपा के पास हैं इसलिए पुलिस को आदेश था दंगा ना रोका जाए। एक बार फिर दंगे भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका में हैं भाजपा। पुलिस को अगर ईमानदार नेता मिल जाए तो दंगा भड़क ही नहीं सकता।

नानक चंद ने पूछा कि दिल्ली के कोई भी दंगे फसाद होते है तो उसके लिए आपके केंद्र के गृह मंत्री और LG जिम्मेवार है, उनका नाम लेते हुए मुंह मे बर्फ जम जाती है क्या? एक यूजर ने योगी आदित्यनाथ को टैग करके पूछा कि जी कृपया करके होम मिनिस्ट्री को बताइये कैसे दंगे रोके जाते है और दंगाईयो के साथ क्या क्या किया जाता है।

एक शख्स का कहना था कि ठाकुर साहब दिल्ली पुलिस शाह जी के हाथ में। केजरीवाल ने जो किया सो किया अब आप, शाह जी सब मिलके इन्साफ कर दो। दूसरी बार हुआ है शाह जी के कार्यकाल में। इस समय बाते नहीं बनती, न्याय बनता है। याद रखिये योगीजी इसी कारण वापस आये है सत्ता में। आदित्य कुमार दास ने पूछा कि दिल्ली पुलिस किसके अंडर में है।

उधर, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और देश के कुछ अन्य दलों ने दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में दो गुटों के बीच हुई हिंसा की निंदा करते हुए शनिवार को लोगों से शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की अपील की। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के जहांगीर पुरी में शोभायात्रा में पथराव की घटना बेहद निंदनीय है। जो भी दोषी हों उन पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। सभी लोगों से अपील- एक दूसरे का हाथ पकड़कर शांति बनाए रखें।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने ट्वीट किया कि जहांगीरपुरी की घटना बेहद दुःखद है। किसी भी तरह के भ्रम या अफवाह पर ध्यान ना दें। राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने कहा कि दिल्ली में भी सामजिक ताने-बाने को भी चोटिल करने की कोशिश की गई है। केंद्र सरकार से विनती है कि बिना नफा नुकसान की विवेचना के उपद्रवियों को चिन्हित कर कारवाई करे। दिल्ली सरकार अपने सभी विधायकों को मैदान में उतारे।